दिल्ली। डॉ.शाहीन शाहिद फरीदाबाद से गिरफ्तार हुई हैं, वहीं इनका नाम दिल्ली लाल किला ब्लास्ट से जोड़ा जा रहा है। ये न केवल प्रयागराज मेडिकल कॉलेज की टॉपर रह चुकी हैं, बल्कि इनके पास MBBS और MD दोनों डिग्रियां भी हैं, लेकिन इनकी जांच ATS और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा की जा रही है। ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि क्या एक डॉक्टर का नाता आतंक के नेटवर्क से था या वह किसी बड़ी साजिश की चपेट में आ गई थीं। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि कौन हैं CPMT टॉपर डॉ. शाहीन और कैसे जुड़ा इनका नाम आतंकी हमले से। पढ़ते हैं आगे…
👉कौन हैं डॉ. शाहीन शाहिद?

बता दें कि डॉ. शाहीन शाहिद का नाम यूपी की होनहार छात्राओं में शामिल था। इन्होंने कम्बाइंड प्री-मेडिकल टेस्ट (CPMT – Combined Pre-Medical Test) न केवल टॉप किया बल्कि इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज से MBBS और MD करके अपनी शिक्षा को पूरा किया।
इनकी नियुक्ति साल 2006 में गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज, कानपुर में प्रवक्ता के रूप में की गई। ऐसे में इनकी करियर सभी डॉक्टर्स के लिए किसी मिसाल से कम नहीं था, लेकिन अब इस नाम को आंतक की किताब में पाया जाता है।
बता दें कि 10 नवंबर की शाम फरीदाबाद से डॉ. शाहीन गिरफ्तार हुई। पुलिस को इनकी कार से AK-47 राइफल, पिस्टल और कारतूस मिले हैं। दिल्ली ब्लास्ट के अगले ही दिन पुलिस की टीम लखनऊ में मौजूद शाहीन के घरों पर छापेमारी के लिए पहुंचीं।
👉दोनों घरों में मारे गए छापे
पहला छापा इनके पुश्तैनी घर पर मारा, जो कि लालबाग खंदारी बाजार में स्थित था। वहां, उनके पिता सईद अंसारी भी मौजूद थे, जो हेल्थ डिपार्टमेंट से रिटायर्ड अधिकारी भी हैं। उनका कहा है कि, “मेरी बेटी मेडिकल कॉलेज में टॉपर थी, हमेशा मरीजों की मदद करती थी। वह आतंकी नहीं हो सकती, मेरा दिल नहीं मानता।”
बता दें कि पड़ोसी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, शाहीन पिछले 2 साल से घर नहीं आई थी। वहीं पुलिस ने दूसरा छापा शाहीन के भाई डॉ. परवेज अंसारी जो कि मड़ियांव में है, उनके घर पर मारा। हालांकि, घर बंद था, ऐसे में पुलिस ने ताला तोड़ा और कई दस्तावेज के साथ-साथ लैपटॉप, बाइक और कार भी जब्त कर ली।
