दिल्ली । संसद के शीतकाली सत्र के चौथे दिन विपक्ष ने वायु प्रदूषण का मुद्दा उठाया। ‘INDIA’ ब्लॉक के नेताओं ने संसद परिसर में दिल्ली में घटती वायु गुणवत्ता को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। हवा की गुणवत्ता आए दिन बद से बदतर होती जा रही है। इन सब के बीच बढ़ते एक्यूआई का मुद्दा संसद पहुंच गया है। शीतकालीन सत्र के चौथे दिन (4 दिसंबर) विपक्ष ने संसद परिसर में बढ़ते वायु प्रदूषण के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ‘INDIA’ ब्लॉक के नेताओं ने मुंह पर मास्क पहन कर सरकार को आड़े हाथों लिया। इस प्रोटेस्ट में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी ने भी हिस्सा लिया।
👉विपक्ष के नारों से गूंजा संसद

विपक्ष के नारेबाजी से संसद भवन गूंज उठा। नेता अपने हाथों में कई बैनर पकड़े नजर आए।
बैनर पर कई प्रकार के नारे लिखे थे जैसे-
‘स्मॉग कोई मौसम नहीं है’
‘मौसम का मजा लीजिए’
‘मेक पोल्यूटर पे नॉट सिटिजन्स’
👉’बाहर के हालात देखिए’
इस मामले पर कांग्रेस MP प्रियंका गांधी ने कहा कि हमें कौन सा मौसम एन्जॉय करना चाहिए? बाहर के हालात तो देखो। जैसा सोनिया जी ने कहा, बच्चे सांस नहीं ले पा रहे हैं। उन्हें अस्थमा है, और उनके जैसे सीनियर सिटिजन को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। हालात साल दर साल खराब होते जा रहे हैं। हर साल सिर्फ बयान दिए जाते हैं, कोई ठोस एक्शन नहीं लिया जाता। हम सबने कहा है कि सरकार को एक्शन लेना होगा और हम सब उनके साथ खड़े हैं। यह कोई पॉलिटिकल मुद्दा नहीं है कि हम एक-दूसरे पर उंगली उठाएं।
👉400 पार पहुंच गया AQI
गुरुवार सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ है, जबकि इससे पहले वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 पार पहुंच गया था।
गुरुवार सुबह 7 बजे शहर का औसत AQI 300 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। हालांकि, कई निगरानी केंद्रों में यह ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रहा।
राजधानी दिल्ली पिछले कई दिनों से धुंध से ढकी हुई है और तापमान में गिरावट से प्रदूषण और बढ़ता दिख रहा है।
👉राष्ट्रीय आपातकाल की मांग
सांसदों ने इसे राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने और केंद्र सरकार से प्रदूषण पर चर्चा करने की मांग की है।
इस दौरान सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वह कुछ करे। उन्होंने कहा, “छोटे बच्चे परेशान हैं, और मेरे जैसे बुज़ुर्गों के लिए भी यह मुश्किल हो रही है।”
प्रियंका गांधी ने कहा कि यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है, सरकार को कदम उठाना चाहिए, सभी उनके साथ हैं।
