दिल्ली. भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए माटियो पैलिकोन रैंकिंग कुश्ती सीरीज में जीत दर्ज करके लगातार दूसरे सप्ताह दूसरा स्वर्ण पदक जीता. फोगाट ने अपने वजन वर्ग में फिर से नंबर एक रैंकिंग हासिल की. विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता 26 वर्षीय विनेश तोक्यो ओलंपिक खेलों के लिये क्वालीफाई करने वाली एकमात्र भारतीय महिला पहलवान है. उन्होंने 53 किग्रा के फाइनल में कनाडा की डायना मैरी हेलन वीकर को 4-0 से हराया.
विनेश ने अपने सभी अंक पहले पीरियड में हासिल किये और दूसरे पीरियड में अपनी बढ़त बरकरार रखकर स्वर्ण पदक जीता. विनेश ने पिछले सप्ताह कीव में स्वर्ण पदक जीता था और इससे उन्हें यह विश्वास हो गया होगा कि ओलंपिक के लिये उनकी तैयारियां सही चल रही हैं.
इस भारतीय पहलवान ने प्रतियोगिता में विश्व की नंबर तीन पहलवान के रूप में प्रवेश किया और 14 अंक हासिल करके फिर से नंबर एक बन गयी. कनाडा की पहलवान टूर्नामेंट से पहले 40वें नंबर पर थी लेकिन अब वह विनेश के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गयी है. विनेश ने टूर्नामेंट में एक भी अंक नहीं गंवाया. उन्होंने तीन में से अपने दो मुकाबलों में प्रतिद्वंद्वी को चित किया. सरिता मोर ने शनिवार को 57 किग्रा में रजत पदक जीता था.
मनीष कौशिक ने जीता गोल्ड
स्पेन के कास्टेलोन में चल रहे 35वें बोक्साम अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट में भारतीय मुक्केबाज मनीष कौशिक (63 किग्रा) ने गोल्ड जीता. उन्होंने फाइनल में डेनमार्क के 19 साल के मुक्केबाज निकोलाई टेरेटेरियन को हराया. ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) को सिल्वर मेडल के साथ संतोष करना पड़ा. सिमरनजीत अमेरिका की राशिदा इल्लिस के खिलाफ फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में नहीं उतर सकीं क्योंकि सेमीफाइनल में उनकी प्रतिद्वंद्वी रही पुअर्तो रिको की किरिया तापिया कोविड-19 पॉजिटिव पायी गयी. वह हालांकि कोविड जांच में नेगेटिव थी लेकिन फाइनल के लिए उन्हें रिंग में नहीं उतरने दिया गया.