मिथुन चक्रवर्ती के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़, जानें क्या लिख रहे लोग

अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने बीजेपी का दामन थाम लिया है, और इसी के चलते उन्होंने पीएम मोदी की रैली में जनता को संबोधित किया और खुद को किंग कोबरा बताया है. उनके इस डायलॉग से सोशल मीडिया पर मीम्स बनने लगे है.

भारतीय जनता पार्टी में शामिल होते ही अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती नए रूप में दिखे. बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग और डांस के दम पर लोगों का दिल जीतने के बाद मिथुन अब राजनीति में अपना वैभव बिखेरने में जुट गये हैं. वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष समेत अन्य ने मिथुन चक्रवर्ती का पार्टी में स्वागत किया.

घोष ने चक्रवर्ती को पार्टी का झंडा सौंपा और इसके बाद राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित अभिनेता ने कहा कि वो हमेशा से वंचितों के लिए काम करना चाहते थे और बीजेपी ने उन्हें अपनी आकांक्षा पूरी करने के लिए एक मंच दिया है. उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें बंगाली होने पर गर्व है. साथ ही गरजते हुए मिथुन ने कहा कि मैं कोबरा हूं, कोई हक छीनेगा तो मैं खड़ा हो जाऊंगा. उनके इस डायलोग से सोशल मीडिया पर मीम्स बनना भी शुरू हो गए है.

रैली में मिथुन की हुंकार :

रैली में मौजूद जनसमूह से मिथुन ने कहा कि ‘मैं असली कोबरा हूं, डसूंगा तो तुम फोटो बन जाओगे. मैं जोलधरा सांप नहीं हूं, बेलेबोरा सांप भी नहीं, मैं कोबारा हूं, एक डश में ही काम तमाम कर दूंगा. बीजेपी के मंच से मिथुन चक्रवर्ती ने अपनी फिल्‍मों के कई प्रसिद्ध डायलॉग्‍स भी सुनाए. उन्‍होंने अपना मशहूर डायलॉग सुनाते हुए कहा कि ‘मारूंगा यहां लाश गिरेगी श्‍मशान में’.

सोशल मीडिया पर बनने लगे मीम्स

अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने मंच के दौरान अपनी एक फिल्म के मशहूर डायलॉग सुनाया कि ‘मारूंगा यहां लाश गिरेगी श्‍मशान में’. उनके इस डायलॉग से सोशल मीडिया पर मीम्स बनना शुरू हो गए. यूजर्स ने मनोरंजन के लिए उनके इस डायलॉग के साथ मीम्स बनाकर शेयर किए.

गरीबों की मदद करना चाहते थे मिथुन :

बीजेपी की रैली में जहां एक तरफ मिथुन ने पीएम मोदी के नाम के कसीदे पढ़े, वहीं उन्होंने बताया कि वो एक बार जीवन में कुछ बड़ा करने का सपना देखते थे, लेकिन उन्होंने कभी एक ऐसे मंच पर रहने का सपना नहीं देखा था जहां इतने बड़े नेता और सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मौजूद होंगे. वहीं उन्होंने कहा कि जब वो 17 साल के थे तब से ही समाज के गरीब वर्गों के लिए काम करना चाहते थे और उनकी वो इच्छा अब पूरी होगी.