छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों नक्सलियों के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई है. नक्सलियों के साथ सुरक्षाबलों की 3 घंटे तक गोलीबारी हुई. इस एनकाउंटर में सुरक्षाबलों को बड़ा नुकसान पहुंचा है. अब तक 7 जवान शहीद हो चुके हैं. यह आंकड़ा भी बढ़ने की आशंका है. 30 जवान इस दौरान घायल हुए हैं. इतना ही नहीं, अभी भी 18 जवान लापता बताए जा रहे हैं. हालांकि मुठभेड़ में नक्सलियों को भी भारी नुकसान होने की बात कही जा रही है. मगर अभी तक एक महिला नक्सली का ही शव मिला है. फिलहाल इलाके में लापता जवानों की तलाश की जा रही है.
दरअसल, बीजापुर जिले में शनिवार को तारेम क्षेत्र में सीआरपीएफ की कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन) यूनिट, डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने संयुक्त रूप से एक नक्सली-विरोधी अभियान चलाया था.
तभी सुरक्षाबलों पर नक्सलियों ने फायरिंग कर दी फिर मुठभेड़ शुरू हो गई. एनकाउंटर में अब तक 7 जवानों के शहीद होने की पुष्टि हुई है, जबकि घायलों का आंकड़ा 30 पर पहुंच चुका है. घायल हुए जवानों में से 23 को बीजापुर अस्पताल 7 को रायपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस एनकाउंटर में भी जवानों के शहीद होने के आशंका जताई जा रही है. बीजापुर में नक्सली मुठभेड़ के बाद 18 जवान लापता बताए जा रहे हैं. लेकिन चिंताजनक बात यह है कि ऐसे इलाकों में जवान लापता नहीं होते, कहीं ना कहीं उनके साथ अनहोनी हो जाती है. हालांकि फिलहाल लापता जवानों की तलाश में तेजी से अभियान चलाया जा रहा है. एनकाउंटर में कुछ नक्सलियों के मारे जाने की भी आशंका है. अभी तक एक महिला नक्सली का शव बरामद हुआ है.
उधर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सली हिंसा की घटना में जवानों की शहादत पर गहरा दुख प्रकट किया है. बघेल ने शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा है कि सुरक्षा बलों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. हमारे जवानों ने शौर्य का परिचय देते हुए नक्सलियों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है. नक्सलियों के विरूद्ध सुरक्षा बल भी तेजी से अभियान चलाएंगे. मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल जवानों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.