तलाब में डूब रहे मादा चीतल को शिक्षक ने बचाया ,इलाज में वन विभाग की लापरवाही से मौत

कुत्तों के हमले से हो गई थी घायल ,पेट मे पल रहे नर चीतल की भी हो गई मौत

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । पानी की तलाश में पाली के तालाब के पास भटक रहे मादा चीतल पर कुत्तों के झुंड में हमला कर दिया । कुत्तों से घिरे चीतल ने अपनी जान बचाने गहरे तालाब में छलांग लगा दी। एक शिक्षक की नजर तालाब में डूब रहे चीतल पर पड़ी तो उसने छलांग लगाकर उसकी जान बचाकर वन विभाग को सौंप दिया। हालांकि इसके बाद भी कुत्तों के हमले से घायल हो चुकी चीतल ने दम तोड़ दिया। साथ ही उसके पेट में पल रहे नर चीतल की भी मौत हो गई।

नगर पंचायत पाली के अंतर्गत राष्ट्रीय मुख्य मार्ग स्थित नौकोनिया तालाब के पास बुधवार देर शाम अपनी प्यास बुझाने आए मादा चीतल पर कुत्तों की नजर पड़ गई और कुत्तों ने उन्हें बुरी तरह से दौड़ाने लगे। इसी दौरान चीतल अपनी जान बचाने गहरे तालाब में छलांग लगा दी। तालाब के बंधान पर घूम रहे एक शिक्षक की नजर इस ओर पड़ी तो उन्होंने कुत्तों की झुंड को भगाया और किसी तरह पानी की गहराई में डूब रहे चीतल को बचा लिया । तत्पश्चात घायल चीतल को वन विभाग को सूचित कर उनके हवाले कर दिया। घायल चीतल की जान बचाने एक बार फिर वन विभाग नाकाम रहा। और वन विभाग की लापरवाही से मादा चीतल की रात्रि 9 बजे करीब मौत हो गई । गुरुवार सुबह मृत चीतल की पोस्टमार्टम किया गया तब उसके पेट में पल रहे नर चीतल ने भी दम तोड़ दिया था।
यहां बताना होगा कि खोजा जंगल खोंद्रा घनघोर जंगल से लगे हुए हैं यहां काफी संख्या में वन्य प्राणियों का बसेरा है इसके बावजूद वन विभाग ने आज तक मूकबधिर वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम नहीं उठाया। यही वजह है कि वन विभाग की लापरवाही से आए दिन यहां वन्य प्राणियों की मौत हो रही है ।