हाॅस्टल अधीक्षक भी निलंबित,कलेक्टर ने पाली में की नाफ़रमानों पर ताबड़तोड़ कार्यवाई,6 दिनों के भीतर दूसरी बार कोरोना नियंत्रण के प्रबंध का लिया जायजा
छह दिन बाद आज फिर कलेक्टर पहुंची पाली: कोरोना संक्रमण को रोकने व्यवस्थाओं का लिया जायजा, विनायक अस्पताल की कोविड ईलाज की अनुमति रद्द, हाॅस्टल अधीक्षक भी निलंबित, होम आइसोलेशन,कांटेक्ट ट्रेसिंग आदि की स्थिति पर भी अधिकारियों से की चर्चा
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । नगर पंचायत पाली में संचालित विनायक कोविड अस्पताल का कोविड ईलाज की अनुमति कलेक्टर ने निरस्त कर दिया है। यह कार्यवाई अस्पताल में कोविड मरीजों के ईलाज के लिए निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं करने पर की गई है । साथ ही अस्पताल को 15 दिनों के लिए सील कर दिया गया है।कलेक्टर ने होम आइसोलेशन माॅनिटरिंग सेल के काम में लापरवाही पर बरतने पर हाॅस्टल अधीक्षक को निलंबित कर दिया है। कलेक्टर ने यह दोनों बड़ी कार्यवाई सोमवार को नगर पंचायत पाली और उसके आसपास के क्षेत्रों में तेजी से बढ़ते कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए की गई व्यवस्थाओं का 6 दिनों बाद औचक निरीक्षण करने के दौरान मिली खामियों के आधार पर की। जिससे नाफ़रमानों में हड़कम्प मचा हुआ है ।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल सोमवार को सुबह से ही क्षेत्र के प्रवास पर रहीं। जिला पंचायत के सीईओ की मौजूदगी में कलेक्टर ने पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर वहां संदिग्ध कोरोना मरीजों की जांच, आइसोलेशन में रह रहे लोगों के ईलाज आदि सुविधाओं का मौके पर जायजा लिया। श्रीमती कौशल ने स्वास्थ्य केद्र में जांच के लिए आने वाले संदिग्धों, ईलाज के लिए आने वाले संक्रमितों, और नाॅन-कोविड मरीजों तथा लोगों के आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते बन जाने पर संतोष व्यक्त किया। इसके साथ ही जांच के लिए आने वाले लोगों को धूप और गर्मी से बचाने के लिए टेन्ट लगवाकर छांव की व्यवस्था हो जाने पर भी अधिकारियों की तारीफ की। श्रीमती कौशल ने पाली स्वास्थ्य केंद्र में कोविड की जांच करने में लगे डाक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ को बुलाकर भी जानकारी ली। उन्होंने जांच में कोरोना संक्रमित पाये जाने वाले लोगों की काउंसिलिंग कर उन्हें बरती जाने वाली सावधानियों और दवाईयों तथा ईलाज के बारे में पूरी जानकारी देने के भी निर्देश दिए।
होम आइसोलेशन माॅनिटरिंग सेल के कार्य में लापरवाही ,हाॅस्टल अधीक्षक निलंबित
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने पाली प्रवास के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल टीम से होम आईसोलेशन माॅनिटरिंग के बारे में जानकारी ली। हर दिन मरीजों के आक्सीजन लेवल और बुखार आदि स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सही तरह से नहीं लेने, कोविड महामारी के दौरान कार्य में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर श्रीमती कौशल ने हाॅस्टल अधीक्षक श्री बृजेश कुमार साहू को निलंबित कर दिया। उन्होंने श्री साहू से होम आइसोलेशन में रहकर ईलाज करा रहे कोविड मरीजों के सतत् संपर्क और उनके स्वास्थ्य की माॅनिटरिंग के बारे में पूछा। श्री साहू संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। रह रखने के निर्देश कर्मचारियों को दिए।
जांच में तेजी लाने के निर्देश, बचाव के लिए दवाएं खिलवाने पर भी जोर –
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने एक्टिव सर्विलेंस टीम के प्रभारी से भी पिछले छह दिनों में हुई प्रगति की जानकारी ली। बीईओ ने बताया कि 217 सर्विलेंस दल बनाये गये हैं। 18 सेक्टर अधिकारी भी इस काम में शामिल किये गये हैं। एक्टिव सर्विलेंस दलों में शामिल मितानीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं शिक्षक विकासखंड की सभी ग्राम पंचायतों में सर्वे का काम कर रहे हैं। कलेक्टर ने अगले रविवार तक विकासखंड के सभी ग्राम पंचायतों में सर्वे कर सर्दी-खांसी-बुखार सहित कोरोना के लक्षण वाले लोगों की पहचान करने और उन्हे बचाव के लिए दवाएं खिलाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कोरोना लक्षण वाले लोगों की पहचान कर तत्काल कोरोना जांच और सर्वे के दौरान मिलने वाले कोरोना पाजिटीव लोगों की कोविड अस्पताल या होम आइसोलेशन के माध्यम से ईलाज कराने को भी कहा।
पाली के विनायक अस्पताल को कोविड मरीजों के ईलाज के लिए मिली अनुमति निरस्त –
कलेक्टर ने अपने पाली प्रवास के दौरान विनायक कोविड अस्पताल का भी औचक निरीक्षण किया। अस्पताल में कोविड मरीजों के ईलाज के लिए निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं किया जा रहा था। अस्पताल के डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ भी बिना किसी सुरक्षात्मक संसाधनों के ईलाज करते मिले। अस्पताल में पाॅजिटिव-ठीक हो गये मरीजों, डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ के लिए अलग-अलग प्रवेश-निकास की व्यवस्था भी ठीक नहीं पाई गई। इसके साथ ही अस्पताल के बाहर कोविड मरीजों के ईलाज संबंधी कोई सूचना और पृथककरण के लिए वेरिकेटिंग आदि भी नहीं हुई थी। इस अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों से भी पहले विवाद की शिकायत भी मिली थी। कलेक्टर ने तत्काल अस्पताल में भर्ती दो मरीजों को पाली आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट करने के निर्देश सीएमएचओ डाॅ. बोडे को दिये और कोविड मरीजों के ईलाज के लिए अस्पताल को मिली अनुमति निरस्त कर अस्पताल को 15 दिनों के लिए सील करने के भी निर्देश दिए।