दर्री बराज के समीप काली मिट्टी की खदान पर समतलीकरण का काम पूरा कर निर्माण व दस्तावेज तैयार करने में जुटे थे भू-माफिया
कोरबा। दर्री बराज के समीप काली मिट्टी की खदान पर भू-माफियाओं की नजर है। 60 करोड़ की बेशकीमती जमीन पर समतलीकरण का काम पूरा कर निर्माण व दस्तावेज तैयार करने की तैयारी पर राजस्व अमला ने कार्यवाही शुरू कर पानी फेर दिया है। जिससे भूमाफियाओं में हड़कंप मच गया है ।
जो जमीन सरकारी वो हमारी है कि तर्ज पर सड़क के किनारे की जमीन पर रसूखदार कब्जा कर रहे हैं ऐसा ही नजारा दर्री बराज भवानी मंदिर के समीप देखने को मिला। जहाँ जल संसाधन विभाग की जमीन पर राख डंप कर जमीन दलाल कब्जा करने की फिराक में है । मामले की जानकारी मिलते ही आर टी आई कार्यकर्ता मनीष राठौर ने एसडीएम से शिकायत कर मामले की जांच करने की मांग की थी। शिकायत बाद जल संसाधन की जमीन तलाशने राजस्व अमला मौके पर जांच के लिए पहुंची है। जमीन कहीं की भी हो पर कागज मेन रोड का तैयार कराकर ऊंचे दामो में बेंचने का खेल लंबे। समय से चल रहा है। जमीन अफरा तफरी के मामले में राजस्व अमला भी शामिल है तभी तो वर्षो की सरकारी जमीन आज निजी खातेदारों के नाम पर दस्तावेज तैयार होते जा रहा है। ताजा मामला दर्री के समीप के गड्ढे की जमीन का है जंहा भूमाफियाओं ने मिलकर राखड़ डंप कराकर निजी भूमि बनाने का प्रयास कर रहे है। जमीन का अधिग्रहण डेम निर्माण के लिए काली मिट्टी निकलने इरिगेशन ने किया था । काली मिट्टी की इस खदान पर हाइवे रोड बनने के बाद भूमाफियों की नजर पड़ी और निजी खातेदार का जमीन दर्शाते हुए राखड़ डंप कराकर समतलीकरण कराया गया है। यह मामला कलेक्टर रानू साहू के संज्ञान में आते ही एसडीएम सुनील नायक के आदेश पर राजस्व विभाग का 5 सदस्यीय दल आज जल संसाधन हसदेव बराज की 32 एकड़ जमीन के सीमांकन और भू माफियाओं द्वारा आपसी सांठगांठ और कूट रचना कर सरकारी जमीनों में सेट की गई जमीनों की जांच के लिए अतिक्रमण स्थल पर पहुंचा था।
वर्जन
तो कंपनी को नोटिस जारी करेंगे
यदि सरकारी जमीनों में राखड़ पाटा जाना पाया जाता है तो संबंधित कंपनी को नोटिस जारी कर राखड़ उठाई जाएगी।बिना एसडीएम कार्यालय के परमिशन के शासकीय एवं निजी जमीनों में राखड़ भराव किया जाना अवैधानिक है और राखड़ उत्सर्जित करने वाली कंपनी और भराव करने वाली ठेका कंपनी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही प्रशासन करेगा।
सुनील नायक एसडीएम, कोरबा