छत्तीसगढ़: लौट आया 3 हाथियों का दल: 1 5 दिनों तक आतंक मचाने वाले गजदल ने फिर से 3 घरों को पहुंचाया नुकसान, राशन और फसलों को भी चौपट कर दिया; दहशत में ग्रामीण…पसान रेंज के…

3 हाथियों ने यहां ग्रामीणों के खेत में लगे फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचाया है।

पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में 15 दिनों तक आतंक मचाने वाला 3 हाथियों का दल एक फिर वापस लौट आया है। इस बार हाथियों ने अलग-अलग गांवों में कुल 3 घरों को नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा गजदल ने घरों में रखे राशन और बाड़ियों में लगे फसलों कौ चौपट कर दिया है। जिसके बाद एक बार फिर से ग्रामीणों में काफी दहशत पैदा हो गई है। दरअसल, ये 3 हाथियों का दल 25 दिन पहले कोरिया जिले के रास्ते से मरवाही वन मंडल में घुसा था। इसके बाद तीनों ने 15 दिनों तक भयंकर उत्पात मचाया था। इसके बाद ये किस तरफ चले गए थे, इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। इसी बीच यह दल मंगलवार रात को फिर से कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज के खोडरी गांव में देखा गया। यहां गजदल ने पहले 2 घरों को नुकसान पहुंचाया। फिर घर के अंदर रखे राशन को खा लिया और बाड़ी में लगे फसलों को बर्बाद कर दिया।

बुधवार सुबह हाथियों को जंगलों की ओर खदेड़ा गया है।

इसके बाद यही दल आगे बढ़ा और मरवाही रेंज में घुस गया। यहां भी हाथियों ने भटियानपारा गांव में एक घर को तोड़ दिया। इसके अलावा कुछ किसानों के खेत में भी घुस गए। पता चला है कि यह दल कटघोरा वन मंडल और मरवाही वन मंडल के बीच किसी स्थान पर डेरा डाले हुआ है। जिसके चलते लोग काफी डरे हुए हैं।

इधर, हाथियों के मूवमेंट पर वन विभाग भी नजर बनाए हुए है और लोगों से हाथियों के पास नहीं जाने की अपील की है। इसके लिए वन विभाग ने बुधवार सुबह इन क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से कहा है कि यदि आपके घर में महुआ, लहान रखा हुआ है तो उसे आप तुरंत बाहर फेंक दें। महुआ और लहान की सुगंध से हाथी घरों की ओर आते हैं। ग्रामीणों से कहा गया है कि किसी भी हालत में हाथियों के रास्ते में ना आएं।

वन विभाग की टीम लोगों को समझाइश दे रही है कि किसी भी हालत में हाथियों के पास नहीं जाएं। कई गावों के घरों को किया तबाह जिले में हाथी दल लगातार उत्पात मचा रहे हैं। इससे पहले इसी 3 हाथियों के दल ने 15 दिन के भीतर धौराठी , मटियाडांड़ और रूमगाा में काफी घरों को नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद यही दल मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के तीन जिलों में विचरण करने लगा था। उस दौरान हाथी दल कभी गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में, तो कभी कोरिया और मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में घूम रहा था।

वन विभाग ने किया जागरूक

वहीं जिले में हाथियों के मूवमेंट और लगातार आतंक मचाने के चलते वन विभाग भी पूरी तरह से एक्टिव हो गया है। विभाग ने अब यहां हाथी प्रभावित गांवों में जाकर हाथियों से कैसे बचना है और उनके आने पर क्या करना है इसके बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया है। विभाग ने हाथी विशेषज्ञ की मौजूदगी में कछार, दमदम , रूमगा भटीयानपारा गांव के लोगों को जागरूक किया है। जिसमें डीएफओ राकेश मिश्रा ने यह बताया है कि जब गांव या आसपास हाथी आए तो क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।

कंडे में मिर्च मिलाकर रखना चाहिए और जब हाथी आसपास आए तो रात को घर के चारों तरफ इसे जला दें। हाथी जब गांव के आसपास रहे तो रात को घरों की लाइट जलने दें। इससे हाथी के घर के आसपास पहुंचने और नुकसान पहुंचाने की संभावना कम हो जाती है। हाथियों के आसपास किसी भी हालत में ना जाएं। क्योंकि उन्हें खदेड़ना एक जटिल काम है। अगर आपके आसपास कहीं भी हाथी नजर आता है तो तुरंत इसकी जानकारी वन विभाग को दें।