कटघोरा डीएफओ ने साधी चुप्पी, सीसीएफ ने दिलाया स्थानीय ठेकेदारो को भुगतान का भरोसा,आमरण अनशन रक्षाबंधन तक स्थगित

सप्लायर और कॉन्ट्रेक्टर्स ने विधायक से की भेंट ,निर्माण कार्य का भुगतान लंबित रहने से आक्रोशित हैं ठेकेदार

कटघोरा । वनविभाग कटघोरा के अंतर्गत कराए गए विभिन्न वानिकी व निर्माण कार्य के एवज में लंबित राशि भुगतान प्रकरणों को लेकर कॉन्ट्रेक्टर्स का गुरुवार से प्रस्तावित आमरण अनशन रक्षाबंधन तक के लिए स्थगित हो गया है। बिलासपुर वृत्त के मुख्य वन संरक्षक नावेद शुजाउद्दीन के आश्वासन के बाद यह निर्णय लिया गया है ।

कटघोरा के विभिन्न कॉन्ट्रेक्टर बुधवार को लंबित भुगतान की समस्या के साथ बिलासपुर के विधायक शैलेश पांडेय से भेंट करने पहुंचे थे। चर्चा के बाद विधायक श्री पांडेय ने सीसीएफ शुजाउद्दीन नावेद से दूरभाष पर चर्चा करते हुए पूरे मामले की जानकारी ली।
चर्चा के दौरान उन्होंने सभी ठेकेदारो के किराए व सामग्री की राशि के भुगतान शीघ्र करने के निर्देश दिए है।शैलेश पांडेय ने कॉन्ट्रक्टर्स से किसी तरह के अनशन, आंदोलन नही करने की भी अपील की है।उन्होंने कहा कि विभागीय जटिलताओं के चलते अक्सर भुगतान में देरी की समस्या आती है।उन्हें भी पूरा भरोसा है कि विभाग आप सभी के साथ सहयोगात्मक रवैय्या अपनाते हुए मामले का पटाक्षेप करेगा।

विधायक के पहल ,सीसीएफ के आश्वासन के बाद रक्षा बंधन तक अनशन स्थगित

कॉन्ट्रक्टर्स ने विधायक के पहल ,सीसीएफ के आश्वासन के बाद रक्षाबंधन तक अनशन स्थगित कर दिया है।उन्होंने बताया कि इस वार्ता के बाद भी यदि वनविभाग भुगतान को लेकर उदाशीन रहता है तो वे व्यापक स्तर पर आंदोलन के साथ वनमंडल का घेराव करेंगे।उन्होंने बताया है कि आने वाले दिनों में वे शासन स्तर पर मुख्यमंत्री व वनमंत्री से भी इस मसले पर भेंट कर सकते है।फिलहाल क्षेत्रीय विधायक के साथ उनकी बातचीत पूरी तरह सकारात्मक रही।

भुगतान को लेकर सवालों के घेरे में रही हैं डीएफओ

गौरतलब है कि कटघोरा वनमंडल की डीएफओ शमां फ़ारूक़ी समेत कई अन्य रेंजर स्थानीय मजदूर, ठेकेदार, सामग्री आपूर्तिकर्ताओ के भुगतानों को लेकर सवालो के घेरे में है। वर्षो बाद भी पेमेंट नही होने से पिछले दिनों ठेकेदारो ने विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। अपनी बिगड़ती आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए उन्होंने आमरण अनशन की चेतावनी भी थी।