कांग्रेस की भूपेश सरकार केंद्रीय राशि का गौठान के नाम पर दुरुपयोग कर रही -अनिल चौरसिया

                                      कोरबा।भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ आदिवासी नेता छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर के खास समर्थक भारतीय जनता युवा मोर्चा के छत्तीसगढ़ प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य अनिल चौरसिया ने प्रभारी मंत्री कोरबा प्रेम साय़ टेकाम  के रामपुर विधानसभा के ग्राम पहंदा सराईडीह गौठान भ्रमण के दौरान  कहा कि कोरबा जिले सहित छत्तीसगढ़ प्रदेश में गौठान का निर्माण छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की भूपेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना है। जहां गौठान में गाय होना चाहिए वहां एक भी गाय नही रहते । 

गौठान मे गाय पालन होना चाहिए तो कांग्रेस की सरकार कड़कनाथ मुर्गी पालन, मछली पालन कराकर गौठान के नाम पर हिंदू संस्कृति मे माता के रूप में मानने वाली गौवंश के साथ हिंदू संस्कृति का अपमान किया जा रहा है। गौठान समिति को गोबर गांव के लोगो से खरीदना पडता है। जबकि गौपालन यदि गौठान में होता तो निश्चित तौर पर वहां काम करने वाली स्व सहायता समूह की बहनों को मुर्गी पालन से भी ज्यादा लाभ प्राप्त होता और आज जितनी गोबर वहां हो रही है उनसे करीब 10 गुना ज्यादा गोबर सरकार को मिलती। प्रदेश में जितने भी कलेक्टर सहित पढ़े-लिखे बड़े बड़े अधिकारी गाय का गोबर खरीदने में ड्यूटी लगाया गया है गोबर का हिसाब किताब रखा जा रहा है। जिसके लिए हर माह अधिकारियों को करोड़ों रुपए का वेतन देकर करोड़ रुपए का गोबर नहीं खरीद पा रही है कांग्रेस की सरकार का हिसाब किताब यहीं से समझा जा सकता है पूरा प्रदेश को कर्ज में डुबो दिए हैं। ग्राम पंचायतो के विकास के लिए केंद्र सरकार 14वें वित्त 15वे वित्त, मनरेगा, क्रेडा एवं डीएमएफ जैसे मद से राशि देती है। जिनमें पंचायत के जनप्रतिनिधि एवं ग्राम वासियों का अधिकार होता है। लेकिन छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ग्राम पंचायतों को मिलने वाली केंद्रीय राशि का दुरुपयोग कर ग्राम पंचायत के विकास को अवरोध कर मुर्गी व मछली पालन के लिए गौठान में खर्च कर रही है जिससे ग्रामवासियों में काफी आक्रोश देखी जा रही है। गौठान में यदि मुर्गी पालन मछली पालन कराना ही है तो गौठान का नाम बदलकर मुर्गी पालन केंद्र रखना चाहिए। गौठान में अध्यक्ष नियुक्त करने का अधिकार ग्रामसभा को दिया गया है लेकिन कांग्रेस की सरकार के द्वारा ग्राम सभा के अधिकार का हनन करते हुए अपने मनचाहा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को अध्यक्ष प्रभारी मंत्री के अनुशंसा पर की जा रही है गांव के भोले भाले आदिवासी समाज से चुनकर आए सरपंच पर दबाव बनाकर प्रस्ताव में हस्ताक्षर लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ता को अध्यक्ष बनाया जा रहा है। मैं छत्तीसगढ़ सरकार से और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से पूछना चाहता हूं कि क्या आप बता सकते हैं गौठान निर्माण में छत्तीसगढ़ राज्य सरकार का कितना अंशदान रुपए खर्च किया जा रहा है । गौठान में नेपियर घास चारा के रूप में रोपाई के लिए प्रदेश में करोड़ों अरबों रुपए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन किसी भी गौठान में चारा दिखाई ही नहीं देता इस तरह से गौठान के नाम पर सरकार भ्रष्टाचार करने में लगी हुई है। शासन से लेकर प्रशासन तंत्र भ्रष्टाचार में लिप्त है ऐसी भ्रष्ट सरकार को आने वाले समय में जनता उखाड़कर बाहर फेंकने का मन बना लिया है कांग्रेस का शासन काल गौठान से शुरू और गौठान में ही खत्म हो जाएगा।