अहमदाबाद। गुजरात के कच्छ के मुंद्रा पोर्ट पर हेरोइन की सबसे बड़ी खेप जब्त की गई है। इसकी कुल कीमत करीब 9 हजार करोड़ रुपये आंकी गई है। ज्ञात हो कि 2 कंटेनर्स से करीबन 3 हजार किलो हेरोइन वहां से जब्त की गई है, ये हेरोइन अफगानिस्तान से इम्पोर्ट की गयी थी। इसी के साथ ही 2 लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है।
शुरुआत में बताया गया था कि 3500 करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई है लेकिन छह दिन की जांच में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया। भारत में एक बार में जब्त की गई हेरोइन की यह सबसे बड़ी खेप है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 21 हजार करोड़ रुपये आंकी गई। जब्त हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रति किलोग्राम 5 से 7 करोड़ रुपये है।
इस मुंद्रा पोर्ट जहां पर हेरोइन इतनी अधिक मात्रा में पाई गई है, इसका मालिकाना हक अडानी पोर्ट के पास है. अडानी पोर्ट गौतम अडानी की ही कंपनी है? राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) और कस्टम के ऑपरेशन में हेरोइन बरामद की है, जिसे अब एजेंसी ने जब्त कर लिया है. अब इसकी जांच पूरी तरह से चल रही है।डीआरआई के सूत्रों के हिसाब से हेरोइन ले जाने वाले कंटेनर्स को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा (Vijaywada) स्थित एक फर्म द्वारा अपने देश में मंगाया गया था और फर्म ने इस पूरे खेप को ‘टेल्कम पाउडर (Talcum Powder)’ नाम से घोषित किया था. तो वहीं निर्यात करने वाली फर्म की पहचान अफगानिस्तान के कंधार स्थित हसन हुसैन लिमिटेड के तौर पर की गई है।अफगानिस्तान में विश्व की 90 फीसद हेरोइन उत्पादित होती है। वहां इसका उत्पादन सालाना हजारों टन है। वहां से इसे ईरान, पाकिस्तान समेत अन्य पड़ोसी देशों के रास्ते तस्करी के जरिये दुनियाभर में पहुंचाया जाता है। गांजा और हशीश उत्पादन में भी अफगानिस्तान शीर्ष पर है। ये उत्पादन वहां पाकिस्तान से सटे हेलमुंड और कंधार प्रांत के दक्षिणी इलाकों में होता है। करीब दो लाख हेक्टेयर भूमि पर इसका उत्पादन होता है। अफगानिस्तान, ईरान और पाकिस्तान में ओपियम पॉपी के उत्पादन क्षेत्र को संयुक्त रूप से गोल्डन क्रेसेंट कहते हैं।
कांग्रेस का मोदी पर अटैक
इस मामले पर कांग्रेस ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस पार्टी ने हैरानी जताते हुए कहा कि गुजरात से आने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस ड्रग्स सिंडिकेट को तोड़ने में असफल क्यों रहे? मुख्य विपक्षी पार्टी ने सवाल किया कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और सरकार की नाक के नीचे देश में कितने ड्रग्स सिंडिकेट चल रहे हैं? कांग्रेस प्रवक्ता प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया से कहा, ‘पिछले सप्ताह गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर हिंदुस्तान के इतिहास में सबसे अधिक मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किया गया। 3,000 किलोग्राम हेरोइन अफगानिस्तान से भारत में भेजी गई थी। ये बहुत ज्यादा गंभीर मामला बनता है। यह भारत के नौजवानों को बर्बाद करने की साजिश है। यही नहीं, इससे मिले पैसे का उपयोग करके भारत में ही आतंकी गतिविधियों का वित्तपोषण भी किया जाता है।’कांग्रेस नेता के मुताबिक, ‘सबको पता है कि इस बंदरगाह का स्वामित्व अडानी समूह के पास है।’ कांग्रेस प्रवक्ता ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मुंबई में फिल्म से जुड़े किसी व्यक्ति के पास दो ग्राम ड्रग्स मिल जाए तो देश के सभी मुद्दों को दरकिनार कर मीडिया में बहस होती है, लेकिन 3000 किलोग्राम ड्रग्स को लेकर खामोशी है।’ खेड़ा ने सवाल किया, ‘आखिर क्या कारण है कि प्रधानमंत्री, जो कि गुजरात से आते हैं, वो भी चुप हैं? गृहमंत्री जो कि गुजरात से आते हैं, वो भी चुप हैं? आला अधिकारी भी चुप क्यों हैं?
अडानी ग्रुप की ओर से बताया गया कि वह केवल पोर्ट ऑपरेटर है और पोर्ट पर आने वाले शिपमेंट्स को चेक करने का अधिकार उसके पास नहीं है।