नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के 10 विधायकों ने बुधवार शाम से दिल्ली में डेरा डाला है। बताया जा रहा है ये विधायक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी हैं। ये विधायक अपने साथ 46 विधायकों के हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र भी ले गए हैं। बताया जा रहा है कि इनमें बृहस्पत सिंह, गुरुदयाल बंजारे, मोहित केरकेट्टा, डॉ. विनय जायसवाल, द्वारिकाधीश यादव, यूडी मिंज, पुरुषोत्तम कंवर, रामकुमार यादव, चंद्रदेव राय और प्रकाश नायक शामिल हैं। दावा किया जा रहा है, गुरुवार सुबह कुछ और विधायक दिल्ली पहुंच जाएंगे। इस नई कवायद से कांग्रेस की राजनीति में बेचैनी बढ़ गई है।
दावा गुलाब कमरो, विनोद चंद्राकर और पारसनाथ राजवाड़े का भी किया जा रहा था। गुलाब कमरो ने रायपुर में होने की बात में कही है। विनोद चंद्राकर ने कहा- वे वैष्णो देवी की तीर्थ यात्रा पर गए थे और लौट रहे हैं। पारसनाथ राजवाड़े ने बताया कि उनकी मां के इलाज के सिलसिले में वे दिल्ली AIIMS आए हुए हैं। उनका विधायकों के किसी गुट से कोई संबंध नहीं है।
रायगढ़ विधायक बोले- क्षेत्र की समस्या के लिए आए विधायकों के गुट में शामिल रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक ने बताया, वे लोग अपने क्षेत्र के कुछ मुद्दे लेकर केंद्रीय नेताओं से मिलने आए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार से जुड़ी कोई बात नहीं है। वे लोग सुबह केंद्रीय नेताओं से मिलेंगे। शाम को उनके वापस लौटने की योजना है। नायक ने दावा किया अभी दिल्ली में 15-17 विधायक हैं। यहां 27 विधायक पहुंचने वाले हैं। इन सभी विधायकों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का करीबी बताया जा रहा है। बताया जा रहा है, राजस्थान और पंजाब के दौरे पर गए आबकारी मंत्री कवासी लखमा भी गुरुवार को दिल्ली पहुंच जाएंगे।
राहुल को न्योता देने आए, CM बदलने का सवाल ही नहीं
विधायक बृहस्पत सिंह ने दावा किया कि वे लोग राहुल गांधी को मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों में भी आने का न्योता देने आए हैं। उन्होंने कहा, राहुल गांधी बस्तर और सरगुजा के दौरे पर आने वाले हैं। वे मध्य छत्तीसगढ़ में भी आकर विकास कार्य देखें। विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा, छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री बदलने का सवाल ही नहीं है। पार्टी हाईकमान, विधायक और प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काम से संतुष्ट है। केवल एक व्यक्ति को खुश करने के लिए सरकार को खतरे में नहीं डाला जा सकता। बृहस्पत सिंह सरगुजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष हैं और वही विधायक हैं, जिन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर जान से मारने की कोशिश का आरोप लगाया था। बात बढ़ी को विधानसभा में माफी मांगी।
वेणुगोपाल ने मिलने से इन्कार किया
बताया जा रहा है, इन नेताओं ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात का समय मांगा था। फिलहाल वेणुगोपाल ने मिलने का समय नहीं दिया है। कांग्रेस विधायक अब प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के पास जाएंगे। उनको उम्मीद है कि पुनिया के जरिए वरिष्ठ नेताओं और राहुल गांधी तक उनकी बात पहुंच जाएगी।
स्टंट बताया जा रहा है, यह दौरा
कांग्रेस के भीतर ही विधायकों के इस दौरे को स्टंट बताया जा रहा है। कुछ वरिष्ठ नेताओं ने कहा, जब 55 विधायकों की परेड से हाईकमान दबाव में नहीं आया तो इन 10-15 विधायकों के पर्यटन से फर्क नहीं पड़ेगा। राजनीति की बिसात पर कौन सी बाजी खेल को पलट सकती है इसका अंदाजा ही लगाया जा सकता है।
जोगी का एक खास है सूत्रधार
कांग्रेस विधायकों के इस दौरे का सूत्रधार एक ऐसे व्यक्ति को बताया जा रहा है जो कभी तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी का खास रहा है। बताया जा रहा है, 2004 में भाजपा के जो विधायक कांग्रेस में आए थे, उसमें इस व्यक्ति की भी भूमिका थी। पिछले एक साल से इस व्यक्ति ने 12-14 कांग्रेस विधायकों का एक गुट खड़ा कर लिया है।