मुंबई । निर्देशक प्रकाश झा और अभिनेता बॉबी देओल की बहुचर्चित वेब सीरिज ‘आश्रम-2’ 11 नवंबर को रिलीज कर दी गई है, लेकिन वेब सीरिज के रिलीज होने के साथ ही विवाद भी शुरू हो गया है। ‘आश्रम-2’ में कई सीन में सनातन धर्म से जुड़ी धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए फिल्म निर्देशक प्रकाश झा और अभिनेता बॉबी देयोल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि ‘आश्रम-2’ के पहले पार्ट को काफी पसंद किया गया था और उसमें जिस जगह पर कहानी खत्म हुई थी, ‘आश्रम-2’ में वहीं से कहानी को आगे बढ़ाया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक जौनपुर में गुरुवार को दीवानी न्यायालय में एक वकील ने आवेदन देकर प्रकाश झा के खिलाफ स्थानीय कोर्ट में मुकदमा दायर कराया है। वकील हिमांशु श्रीवास्तव ने कोर्ट के एक अन्य अधिवक्ता उपेंद्र विक्रम सिंह के जरिए प्रार्थना पत्र पेश किया है। वकील हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि वे सनातन धर्म में गहरी आस्था व विश्वास रखते हैं और बचपन से ही पवित्र हिंदू ग्रंथों के बारे में अध्ययन करते रहे हैं।आश्रम को ऋषि-मुनियों के रहने का पवित्र स्थान बताया गया है, जबिक ‘आश्रम-2’ वेब सीरिज के जरिए आश्रम को ऐसा स्थान बताया गया है, जहां भोले लोगों को फंसाया जाना, आस्था, अपराध और राजनीति का गठबंधन स्थल बताया गया है। साथ ही ‘आश्रम-2’ वेब सीरीज में आश्रमों को व्यभिचार और नशे के व्यापार का अड्डा बताया गया है। ‘आश्रम-2’ वेब सीरिज को जो ट्रेलर जारी किया गया है, उसमें यही दृश्य दिखाए गए हैं, जो सनातन धर्म से जुड़ी हुई धार्मिक भावनाओं के विपरीत है।
गौरतलब है कि फिल्म में बॉबी देओल ने काशीपुर के बाबा निराला का किरदार निभाया है। ‘आश्रम-2’ की कहानी ड्रग्स, रेप, नरसंहार और राजनीति के आसपास है और फिल्म में बाबा को सनातन धर्म का बाबा दिखाकर सनातन धर्म को बदनाम किया जा रहा है।