गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को साकार कर रही छत्तीसगढ़ सरकार: संसदीय सचिव द्वारिकाधीश,राज्य स्थापना दिवस सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजी रही शाम, स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति से देर शाम तक झूमे लोग

विभिन्न विभागों द्वारा 210 से अधिक हितग्राहियों को 88 लाख रूपए से अधिक का किया गया सामग्री वितरण

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जनहितकारी योजनाओं से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं। नरवा-गरवा-घुरूवा-बाड़ी कार्यक्रम में गांवो को सशक्त बनाकर नई पहचान दी है। छत्तीसगढ़ी संस्कृति, तीज-त्यौहार, परंपराओं को आगे बढ़ाने और उन्हें आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए भी सरकार ने योजनाएं बनाई है, कई सार्थक कदम उठाये हैं। उक्त बातें संसदीय सचिव द्वारिकाधीश ने छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर एक नवंबर को ओपन थिएटर घण्टाघर में आयोजित एक दिवसीय राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से कही।

उन्होंने मंच पर शासकीय योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों को जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में हितग्राही मूलक सामग्रियों का वितरण किया।मुख्य अतिथि ने कहा कि सरकार ने शपथ लेते ही सबसे पहले किसानों का 1100 करोड़ रूपए का कर्जा माफ कर और धान का दाम 2500 रूपए प्रति क्विंटल कर प्रदेश के किसानों को लाभान्वित किया हैं। उन्होंने कहा कि श्री बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ विकास का नया मॉडल पेश कर रहा हैं। राज्य शासन द्वारा किसानों और सभी वर्ग की लोगों की भलाई के लिए बहुत सारे लाभकारी योजनाएं लागू की गई है। शासकीय योजनाओं से लोगों को काफी लाभ भी मिल रहा है। श्री यादव ने कहा कि गौठानो में बनने वाले उत्पादों की पहुंच अब शहरों तक हो गई है। छत्तीसगढ़ के गौठानों में बने दीए दिल्ली तक में हाथों-हाथ बिक रहे हैं। प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती से लेकर गरीब परिवारों के बच्चों को पढ़ाने के लिए अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले गए हैं। लोगों की ईलाज की बेहतर सुविधा देने के लिए चलित अस्पताल और हाट-बाजार क्लीनिक भी तेजी से काम कर रहे हैं। श्री यादव ने राज्य स्थापना दिवस पर सभी कोरबा वासियों को बधाई और शुभकामनाएं भी दीं। राज्योत्सव कार्यक्रम में शासकीय योजनाओं को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गए। स्टॉल के माध्यम से शासकीय विभागों ने जनहितकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाई। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों के हितग्राहियों को सामग्रियों का भी वितरण किया गया। जिले की स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा स्थानीय स्तर पर बनाए गए उत्पाद हैण्डबैग, साबुन, डिर्जेन्ट, गमला, अगरबत्ती, फिनाइल, दोना-पत्तल आदि के बिक्री के लिए बिहान बाजार भी लगाया गया। बिहान बाजार में सभी उत्पादों को देखने और खरीदने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। राज्योत्सव कार्यक्रम के दौरान स्थानीय कलाकारों के दल ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। स्थानीय छत्तीसगढ़ी कार्यक्रम का आनंद लेने देर शाम तक लोग झूमते रहे। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं कटघोरा विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर, अधोसंरचना एवं उन्नयन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं पाली-तानाखार क्षेत्र के विधायक मोहितराम केरकेट्टा, रामपुर क्षेत्र के विधायक ननकीराम कंवर, नगर निगम कोरबा के महापौर राजकिशोर प्रसाद, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर एवं जनपद पंचायत कोरबा अध्यक्ष श्रीमती हरेश कंवर, गौसेवा आयोग के सदस्य प्रशांत मिश्रा सहित जिला कलेक्टर श्रीमती रानू साहू, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर, नगर निगम आयुक्त कुलदीप शर्मा, पार्षद सुरेन्द्र जयसवाल और बड़ी संख्या में नागरिकगण मौजूद रहे।

शासन की मंशा अनुरूप जिलेवासियों की बेहतरी के लिए प्राथमिकताएं तय कर किए जा रहे गुणवत्तापूर्ण विकास कार्य -क्लेक्टर रानु साहू

कलेक्टर श्रीमती रानु साहू ने
जिले के विकास कार्यों का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए उपस्थित विशाल जनसमूह मंचासीन अधिकारियों को इस बात को लेकर आश्वस्त किया कि जिलेवासियों की बेहतरी के लिए विकास कार्यों की प्राथमिकता तय कर गुणवत्तापूर्ण कार्य कराया जा रहा है। कोविड – 19 (कोरोना ) की त्रासदी झेलने के बाद जिले में खेती किसानी से लेकर स्वास्थ्य ,शिक्षा ,सुपोषण सभी क्षेत्रों में कोरबा में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं।
जिले के विकास कार्यों का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कलेक्टर ने उपस्थित विशाल जनसमूह मंचासीन अधिकारियों को इस बात को लेकर आश्वस्त किया।
कलेक्टर श्रीमती साहू ने कहा कि जिले में पिछले ढाई वर्षों में 6 हजार से अधिक बच्चे सुपोषित हुए हैं ,कुपोषण के दर में भी रिकॉर्ड 5 प्रतिशत की कमी आई है। हॉट बाजार एवं शहरी स्लम स्वास्थ्य क्लिनिक में डेढ़ लाख से अधिक मरीजों का उपचार किया जा चुका है। जल्द ही माताओं एवं किशोरी बालिकाओं महिलाओं के स्वास्थ्य जांच एवं ईलाज के लिए दाई दीदी मोबाईल यूनिट शुरू किया जाएगा। जिला अस्पताल में बर्न यूनिट डिजिटल एक्सरे की सुविधा उपलब्ध है। न केवल जिला अस्पताल वरन ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों जैसे करतला ,हरदीबाजार के अस्पतालों में एक्सरे की सुविधा से दूरदराज के लोगों को बेहतर ईलाज सुनिश्चित किया जा रहा है। सुलभ व उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने जिला प्रशासन की ओर से हर महीने हर ब्लॉक में मेगा हेल्थ कैम्प लगाए जाने की श्रृंखला हमने शुरू की है। अभी तक कोरबी ,कोथारी,नोनबिर्रा में कैम्प लगाया जा चुका है जहां साढ़े 5 हजार से अधिक मरीज लाभान्वित हुए। इसके अलावा गम्भीर बीमारी से ग्रसित व्यक्ति जिन्हें ऑपरेशन की आवश्यकता है उनको चिन्हांकित करने ,पृथक से वाहन ,ईलाज व फंड की व्यवस्था करने के साथ साथ उन व्यक्तियों के ईलाज को अंतिम स्तर पर मॉनिटरिंग की जाती है। इन शिविरों में दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाते हैं। लगभग 200 से ढाई सौ दिव्यांगता प्रमाण पत्र मौके पर ही प्रत्येक शिविर में दिए जा रहे। यही नहीं हमने निर्देश दिया है कि राशन कार्ड ,दिव्यांग पेंशन से मौके पर ही लाभान्वित किया जाए। जिले में सस्ती दवाईयां उपलब्ध कराने 6 धनवंतरि मेडिकल स्टोर्स खोले गए हैं। जहां मार्केट दर से 55 प्रतिशत कम कीमत पर न सिर्फ जेनेरिक बल्कि चिन्हांकित ब्रांडेड दवाईयां भी आमजन को सहजता से उपलब्ध हो रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी जिला नया आयाम गढ़ रहा है। 6 आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित हैं दो हिन्दी माध्यम के प्रस्तावित हैं इससे इन स्कूलों की संख्या बढ़कर 8 हो जाएगी। कोरबा पेयजल के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बन गया है। घर घर पीने का साफ पानी पहुंचाने जल जीवन मिशन का काम तेजी से किया जा रहा है। 2 वर्षों में 33 बसाहटों तक शुद्ध पेयजल पहुंच गया। दूरस्थ वनांचलों के 136 बसाहटों में सौर ऊर्जा आधारित घर जल योजनाएं शुरू कर दी गई हैं। लंबे अर्से से बंद पड़े 17 नल जल योजनाओं को पुनः क्रियाशील कर 24 हजार के आबादी की प्यास बुझा रहे हैं। गौठानों को मल्टिएक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। जहाँ स्व सहायता समूह की दीदी भाई दीये से लेकर एलईडी बनाने का काम कर रहे हैं।जिले में गोबर खरीदी ,जैविक खाद निर्माण ,मुर्गी पालन ,मछलीपालन ,दोना पत्तल ,सब्जी पालन का कार्य किया जा रहा है । आजीविका संवर्धन में 460 यूनिट संचालित है। जिनमें 524 समूह कार्यरत हैं।जो अब तक 1 .63 करोड़ रूपए की आय अर्जित कर चुके हैं। समूह एलईडी ,असेम्बलिंग ,चप्पल से लेकर पेन इकाई स्थापित कर चुकी हैं।

जिले के 28 शिक्षकों को मिला शिक्षा गौरव अलंकरण पुरस्कार

शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज कराने वाले जिले के 28 शिक्षकों को मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण पुरस्कार दिया गया। यह पुरस्कार राज्योत्सव के अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारिकाधीश यादव ने शिक्षकों को दिया। जिला स्तर पर 3 शिक्षकों पौड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक के व्ही. सुजाता अहमद, कोरबा के मुकुंद केशव उपाध्याय तथा कटघोरा के संजीव कुमार जायसवाल को ज्ञानदीप पुरस्कार दिया गया। इस पुरस्कार के अंतर्गत सात हजार रुपये एवं शॉल, श्री फल और प्रशस्ति पत्र दिये गए। इसी प्रकार जिले के प्रत्येक विकासखंड से 3 शिक्षकों को शिक्षा दूत पुरस्कार दिया गया । इस पुरस्कार के अंतर्गत 5 हजार रूपये के साथ शॉल, श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र दिए गए। जिले के करतला ब्लॉक के कुमारी मंजुलता, नरेन्द्र प्रताप राठौर, श्रीमती रजमोती राठिया कटघोरा की श्रीमती नेहा सिंह, बिंदुलता, रूपेश कुमार चौहान को यह पुरस्कार दिया गया। इसी प्रकार कोरबा ब्लाक के भागबली कैवर्त, गौरी शंकर महंत, छोटी लहरे, पाली विकासखंड से उत्तरा कुमार साहू, राजेश कुमार यादव, बसंत कुमार आर्माे, तथा पौड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक से अभिलाषा माधो, गजानन्द लाल यादव और शरद कुमार खांडे को यह पुरस्कार दिया गया।
राज्योत्सव कार्यक्रम में जिले के प्रत्येक ब्लॉक से पूर्व माध्यमिक शाला के उत्कृष्ट प्रधान पाठकों को भी शिक्षा गौरव अलंकरण पुरस्कार से नवाजा गया। इस पुरस्कार के अंतर्गत एक हजार रुपये तथा शॉल, श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया। यह पुरस्कार करतला ब्लॉक के प्रधान पाठक कृपाराम पैकरा, कटघोरा के सौरभ जकारिया, कोरबा के राम कुमार कश्यप, पाली के इंद्रपाल सिंह मरकाम तथा पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के श्याम लाल राय को दिया गया ।इसी प्रकार जिले के सभी विकास खंड से प्राथमिक शाला के उत्कृष्ट प्रधान पाठकों एव सहायक शिक्षक को शिक्षा गौरव अलंकरण पुरस्कार दिया गया ।इस पुरस्कार के अंतर्गत एक हजार की राशि के साथ शॉल, श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट स्वरूप प्रदान किया गया। यह पुरस्कार करतला ब्लॉक के लाल सिंह कंवर, कटघोरा के चैतरु राम कैवर्त, कोरबा के श्रीमती हेलेना एक्का, पाली के सहायक शिक्षक जबान सिंह पैकरा तथा पौड़ी-उपरोड़ा ब्लाक के मोती लाल पटेल को दिया गया ।गौरतलब है कि एक नवंबर 2021 को कोरबा के घण्टाघर चौक स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर ओपन थियेटर में छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया। इसी अवसर पर जिले के शिक्षकों को यह पुरस्कार दिया गया।

राज्योत्सव स्थल में सजा बिहान बाजार, छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की स्वाद के लिए उमड़े लोग

राज्योत्सव कार्यक्रम में बिहान बाजार भी सजा रहा। बिहान बाजार के माध्यम से स्थानीय स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाये गये उत्पादों को बिक्री के लिए रखा गया। राज्योत्सव कार्यक्रम में शामिल होने आए बड़े उत्साह के साथ महिला समूहों द्वारा बनाए उत्पादों का अवलोकन किया और खरीददारी भी की। बिहान बाजार में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से सजे स्टॉल भी लगाए गए। लोगों ने भारी संख्या में आकर महिला समूहों द्वारा बनाए जा रहे छत्तीसगढ़ी व्यंजन बड़ा, भजिया, अईरसा, ठेठरी, खुरमी, चीला आदि व्यंजनों का स्वाद लिया। महिला स्वसहायता समूहो द्वारा बनाए गए साबुन, फिनाइल, खिलौने, चप्पल, बांस की टोकरी, हैण्डबैग, कोसा साड़ी, कोसा शॉल, गोबर के दीए, मोमबत्ती आदि सामान बिहान बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध रहे। बिहान बाजार में जैविक पद्धति से उत्पादित किए गए जैविक ब्लैक राईस, रेड राईस एवं विभिन्न प्रकार के पतले चांवल भी बिक्री के लिए उपलब्ध रहे। बिहान बाजार पर देर शाम तक लोग खरीददारी के लिए जुटे रहे।