केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री मोदी, पिछले 100 सालों में जितने यात्री यहां आए हैं, अगले 10 साल में उससे कई ज़्यादा लोग यहां आने वाले हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन की यात्रा पर उत्तराखंड में केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री ने करोड़ों रुपये की लागत की विभिन्न पुनर्निर्माण परियोजनाओं का उद्घाटन किया और आधारशिला रखी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन की यात्रा पर उत्तराखंड में केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री ने करोड़ों रुपये की लागत की विभिन्न पुनर्निर्माण परियोजनाओं का उद्घाटन किया और आधारशिला रखी। केदारनाथ में 2013 की बाढ़ से हुए विनाश के बाद क्षेत्र का कायाकल्प किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के 2014 में पदभार संभालने के बाद इस पवित्र मंदिर की यह उनकी पांचवीं यात्रा है। केदारनाथ मंदिर के कपाट सर्दियों के लिए शनिवार सुबह से तीर्थयात्रियों के लिए बंद कर दिए जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम में विकास परियोजनाओं का लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा देश तो इतना विशाल है, इतनी महान ऋषि परंपरा है। एक से बढ़कर एक तपस्वी आज भी भारत के हर कोने में आध्यात्मिक चेतना को जगाते रहते हैं। आज आप श्री आदि शंकराचार्य जी की समाधि की पुन स्थापना के साक्षी बन रहे हैं। यह भारत की आध्यात्मिक समृद्धि और व्यापकता का बहतु अलौकिक दृश्य है।

कई साल पहले केदारनाथ धाम में त्रासदी आई थी। मैंने अपनी आंखों से उस तबाही को देखा था। लोग सोचते थे कि हमारा केदारनाथ धाम फिर से उठ खड़ा होगा क्य़ा? लेकिन मेरे अंदर की आवाज़ कह रही थी कि केदारनाथ धाम पहले से अधिक आन, बान और शान के साथ खड़ा होगा। श्री आदि शंकराचार्य ने पवित्र मठों के साथ चार धामों की भी स्थापना की। उन्होंने सब कुछ त्याग कर देश, समाज और मानवता के लिए जीने वालों के लिए एक सशक्त परंपरा खड़ी की।

प्रधानमंत्री ने कहा, अयोध्या में भगवान राम का मंदिर पूरे गौरव के साथ बन रहा है। अयोध्या को उसका गौरव सदियों के बाद वापस मिल रहा है। दो दिन पहले अयोध्या में दीपोत्सव आयोजन को पूरी दुनिया ने देखा। भारत का प्रचीन सांस्कृतिक स्वरूप कैसा रहा होगा आज हम उसकी कल्पना कर सकते हैं।

भगवान राम से जुड़े जितने भी तीर्थ स्थान है उनको जोड़कर पूरा सर्किट बनाने का काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश में काशी का भी कायाकल्प हो रहा है। विश्वनाथ धाम का कार्य भी तेजी से हो रहा है।

श्री मोदी ने कहा कि चारों धाम हाईवे से जुड़ रहे हैं। भविष्य में श्रद्धालु केदारनाथ धाम में कार से आ सके इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। ऋषिकेश और कर्णप्रयाग को रेल मार्ग से जोड़ा जा रहा है। इससे उत्तराखंड में पर्यटन को लाभ मिलने वाला है। पिछले 100 सालों में जितने यात्री यहां आए हैं, अगले 10 साल में उससे कई ज़्यादा लोग यहां आने वाले हैं। मेरे शब्द लिखकर रखिए 21वीं शताब्दी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है।

अब देश अपने लिए बड़े लक्ष्य तय करता है, कठिन समय सीमाएं निर्धारित करता है, तो कुछ लोग कहते हैं कि – इतने कम समय में ये सब कैसे होगा! होगा भी या नहीं होगा! तब मैं कहता हूँ कि – समय के दायरे में बंधकर भयभीत होना अब भारत को मंजूर नहीं है।