हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन को लेकर हसदेव एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर पर कलेक्टर रानु साहू ने तत्काल संज्ञान लिया है। उन्होंने रेत घाट संचालक द्वारा बिना रॉयल्टी रेत प्रदाय कर शासन को पहुंचाए जा रहे राजस्व क्षति पर नाराजगी जाहिर करते हुए खनिज एवं राजस्व विभाग को संयुक्त रूप से आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।कलेक्टर के निर्देश के बाद संयुक्त टीम की अब सतत रूप से रेत घाटों में पैनी नजर रहेगी।
जिले में संचालित रेत घाटों में संचालकों के द्वारा जिला प्रशासन के नियम शर्तों की धज्जियां उड़ाकर मनमाने तरीके से रेत घाट का संचालन किया जा रहा है। न केवल अवैध तरीके से स्वीकृत स्थल से अन्य जगहों से रेत का उत्खनन किया जा रहा है वरन बिना रॉयल्टी पर्ची के मनमाने तरीके से पैसा वसूल कर घाटों का संचालन किया जा रहा है।पाली ब्लाक के पोंडी के लब्दापारा में रेत घाट के संचालन की उत्खनिका पट्टा का दुरुपयोग कर ठेकेदार द्वारा स्वीकृत स्थान खसरा नम्बर के अलावा पूरे ब्लाक के नदी से रेत उत्खनन कर बिना रॉयल्टी पर्ची के रेत की बिक्री कर रहा है। ठेकेदार ने अघोषित रूप से कई ग्राम पंचायतों मुनगाडीह ,करतली,नानपुलाली एवं धौरभांठा के नदी पर कब्जा जमा लिया है। और बिना पंचायत के प्रस्ताव ,प्रशासन के रेत उत्खनन की अनुमति के गौण खनिज का दोहन कर रहा है।इसके लिए फर्म ने बकायदा सभी गांवों में कमर्चारी भी लगा रखा है। जो बिना रॉयल्टी रेत परिवहन कराकर वसूली कर फर्म तक पहुंचाते हैं। भाटिया फर्म को पोंडी के लब्दापारा में रेत घाट आबंटित हुआ है।जिनके लिए नियम कानून कोई मायने नहीं रखते। गत वर्ष भी ठेकेदार कई पुल के पिल्लर के पास से अवैद्यानिक तरीके से रेत उत्खनन कर करोड़ों के पुल के बेस को कमजोर कर चुका है।बुधवार को नायब तहसीलदार दीपका वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने ग्राम तिवरता नुनेरा के पास अवैद्यानिक तरीके से रेत परिवहन करते 3 सोल्ड ट्रैक्टर जब्त किया है। ट्रेक्टर चालक नुनेरा निवासी प्रवीण सिंह सिन्द्राम 25 दिन से तो अमोलदास ने एक सप्ताह से बिना रॉयल्टी पर्ची के रेत परिवहन करना स्वीकार किया। ट्रेक्टर रविसाहू एवं जितेंद्र का होना स्वीकार किया। नायब तहसीलदार वीरेन्द्र श्रीवास्तव ने सभी ट्रैक्टर जब्त कर दीपका पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। प्रकरण में शीघ्र आगामी कार्रवाई की जाएगी।हसदेव एक्सप्रेस की खबर पर कलेक्टर रानु साहू ने स्वतः संज्ञान लिया । उन्होंने
रेत घाट संचालक द्वारा बिना रॉयल्टी रेत प्रदाय कर शासन को पहुंचाए जा रहे राजस्व क्षति पर नाराजगी जाहिर करते हुए खनिज एवं राजस्व विभाग को संयुक्त रूप से आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।कलेक्टर के निर्देश के बाद एसडीएम के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित कर दी गई है। जिसकी सतत रूप से रेत घाटों में पैनी नजर रहेगी।
ये हैं संयुक्त टीम में शामिल
अनुविभागीय दण्डाधिकारी के नेतृत्व में तहसीलवार टीम गठित की गई है। इनमें संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार ,नायब तहसीलदार एवं आरआई के साथ खनिज निरीक्षक शामिल रहेंगे। टीम जल्द ही एक्शन मोड़ में आएगी।
जनप्रतिनिधि बना रहे जब्त ट्रेक्टर छोंड़ने दबाव ,कैसे रुकेगी रेत चोरी
प्रशासन द्वारा अवैध रेत उत्खनन परिवहन को रोकने की जा रही कार्रवाई तभी रंग लाएगी जब जिले के जनप्रतिनिधि प्रशासनिक कार्रवाई के आड़े न आए। सूत्रों के मुताबिक दीपका नायब तहसीलदार ने हरदीबाजार तहसील की सीमा में जाकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर अवैध रेत परिवहन में लगे जिन 3 ट्रेक्टर को जब्त किया है उनमें से एक ट्रेक्टर स्वामी सत्ता पक्ष के एक बड़े नेता का करीबी है। जो अपने पद एवं प्रभाव के बूते पुलिस एवं हरदीबाजार तहसीलदार पर जब्त ट्रेक्टर छोंड़ने दबाव बना रहे हैं। इस तरह के अनुचित कार्यों को जनपतिनिधियों को प्रश्रय देने की वजह से ही शासन की फजीहत होती है। पोंडी उपरोड़ा अनुविभाग में भी बैरा ,बांगों रेत घाट में खुलेआम अवैध रेत उत्खनन परिवहन का कार्य बदस्तूर जारी है। सूत्रों के अनुसार सत्तापक्ष के ही एक नेता के संरक्षण में यह अवैध कारोबार फल फूल रहा है। पोंडी में राजस्व खनिज विभाग की कोई कार्रवाई भी नजर नहीं आती। यही वजह है कि लोगों को जिले में आशियाना बनाने सस्ते दर पर रेत नहीं मिलते।