हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा ।राजस्व मंत्री के जिले कोरबा में एक ही जगह पर लंबे समय से पदस्थ आरआई और पटवारियों के स्थानांतरण की प्रक्रिया में लेनदेन की शिकायतें आने लगी है। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक कलेक्टर को धोखे में रखकर जिला कार्यालय के अधिकारी मनचाहे स्थल पर पदस्थ करने का लालच एवं बीहड़ क्षेत्रों के हल्कों में पदस्थापना का भय दिखाकर अपने ही मातहत पटवारी आरआई से अवैध उगाही में लगे हैं।जिससे जिले की छवि खराब हो रही।
यहां बताना होगा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार प्रशासनिक सुविधा के दृष्टिकोण से लंबे समय से एक ही जगह पर पदस्थ कर्मचारियों का तबादला किया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती रानु साहू ने गत सप्ताह राजस्व अधिकारियों की बैठक में इसके निर्देश दिए थे। जिसके तहत जिले के 254 हल्कों में पदस्थ 187 पटवारी सहित आरआई के तबादले की कवायद शुरू हो गई है। 2 साल से अधिक समयावधि से एक ही हल्कों में पदस्थ पटवारियों का कार्यस्थल परिवर्तन करने सूची बन रही है। लेकिन सामान्य स्तर के इस प्रशासनिक कार्य में भी लेन देन की शिकायतें नहीं थमी। नाम न छापने की शर्त पर कुछ पटवारियों ने बताया कि कलेक्टर को धोखे में रखकर जिला कार्यालय के अधिकारी मनचाहे स्थल पर पदस्थ करने का लालच एवं बीहड़ क्षेत्रों के हल्कों में पदस्थापना का भय दिखाकर अपने ही कर्मचारियों (आरआई पटवारियों) से अवैध उगाही में लगे हैं।जिससे जिले की छवि खराब हो रही। 50 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक लिए जा रहे। करीब 100 से अधिक पटवारियों के हल्के बदलेंगे इस लिहाज से एक मोटी रकम इस प्रशासनिक स्थानांतरण प्रक्रिया में ही ऐंठ ली जाएगी। जिस पर रोक लगाया जाना चाहिए। पैसे देकर पदस्थापना कराने वाले आरआई पटवारियों की वजह से राजस्व मंत्री के कोरबा जिले की छवि ही धूमिल नहीं होगी वरन पटवारी आदिवासी ग्रामीणों किसानों से इसकी भरपाई करने की कोशिश करेंगे। जिस पर जिला प्रशासन को तत्काल संज्ञान लेना चाहिए।