छत्तीसगढ़ में हवा का रुख बदला, 9 से 13 जनवरी तक प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ गिरेंगे ओले

रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस सप्ताह बारिश के योग बन रहे हैं। यह राजस्थान के ऊपर शुक्रवार को बन रहे चक्रीय चक्रवाती घेरे की वजह से हाेगा। प्रदेश में हवा की दिशा बदल गई है। संभावना जताई जा रही है, 9 जनवरी से प्रदेश के कई हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बरसात होगी। कहीं-कहीं ओले गिरने की भी संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र, रायपुर के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, पश्चिमी विक्षोभ के कारण 7 जनवरी को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपर, ऊपरी हवा का एक चक्रीय चक्रवाती घेरा बन रहा है। इस घेरे के पूर्व दिशा की ओर आगे बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इसकी वजह से हवा की दिशा में परिवर्तन हो गया है। न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि की संभावना बन रही है। 9 जनवरी से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा अथवा गरज-चमक के साथ छीेंटे पड़ने की संभावना बन रही है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि भी संभावित है।

सामान्य मासिक वर्षा केवल 15 मिलीमीटर

छत्तीसगढ़ में सामान्य तौर पर जनवरी के महीने में कम ही बरसात होती है। रायपुर में जनवरी की मासिक वर्षा का औसत केवल 15 मिलीमीटर है। 2021 में जनवरी में एक बूंद भी पानी नहीं बरसा। जनवरी में 24 घंटे के भीतर अधिकतम वर्षा का रिकॉर्ड साल 1921 का है। तब 22 जनवरी को 55.4 मिलीमीटर पानी बरसा था।

दिसम्बर के आखिर में भारी नुकसान कर गई बरसात

दिसम्बर 2021 के आखिर में हुई छत्तीसगढ़ में अधिकतर जिले में मध्यम से भारी स्तर की बरसात हुई। रायपुर में तो बरसात ने रिकॉर्ड ही तोड़ दिया। यहां शाम से सुबह 8.30 बजे तक ही 66 मिमी बरसात हो गई। दूसरे जिलों में भी काफी बरसात हुई। ओलावृष्टि से सड़कें और खेत-मकान पूरी तरह पट गए। भारी बरसात और ओलावृष्टि की वजह से किसानों को नुकसान हुआ। सरकारी धान खरीदी केंद्रों में खुले में रखा धान भी बरसात की वजह से भीग गया।