रायगढ़। रायगढ़ के एक बड़े कोल ट्रांसपोर्ट की ओर से जमकर घोटाला किया जा रहा है । कॉल ट्रांसपोर्ट अफरा तफरी कर इसने भूपदेवपुर में 70 हजार मैट्रिक टन कोयला डंप कर दिया है । पहले से ही यह कोल डिपो विवादों में रहा है और अब यह बड़ा कोल ट्रांसपोर्ट भ्रष्टाचार पर भ्रष्टाचार कर अन्य व्यवसायियों को चूना लगाते हुए अपनी पूंजी चौगुनी कर रहा है।
पावर प्लांटों को समय पर कोयला मिले इसके लिए कोल मिनिस्ट्री ने आपूर्ति में प्राथमिकता देने आदेश दिया है। लेकिन समय पर प्लान और डीओ में उठाव नहीं करने की वजह से गड़बड़ी हो रही है।
अनूपपुर के एक पावर प्लांट को एसईसीएल छाल खदान से कोयला उठाना था। कोयला उठाव के लिए प्लान समय पर नहीं दिया गया। रायगढ़ और कोरबा के दो ट्रांसपोर्टरों को डीओ मिला था। दोनों ने उठाव भी किया लेकिन कोयला अपने गंतव्य पर पहुंचने के बजाय भूपदेवपुर के एक कोल डिपो में डंप कर दिया गया है।दरअसल 18 फरवरी को डीओ की अवधि खत्म हो गई। डीओ लैप्स होने से बचाने के लिए निजी कोल डिपो में कोयला डंप कर दिया गया। उस कोल डिपो में भंडारण की अनुमति कम है। लेकिन मौके पर कम से कम 70 हज़ार मीट्रिक टन कोयला डंप है। इस डिपो का नाम पहले कई विवादों में आ चुका है, अब एक बार फिर खुलासा होते कड़ी कार्रवाई होने की उम्मीद है।