150 निर्धन बेटियों के हाथ होंगे पीले, कोरोना का कहर थमते ही महिला एवं बाल विकास विभाग ने मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना के तहत मंगाए आवेदन

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज़ कोरबा। निर्धन परिवार के अभिभावकों के लिए राहत भरी खबर है । मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जिले में 150 निर्धन बेटियों का विवाह करने की कवायद शुरू कर दी गई है ,इसके लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा सभी परियोजनाओं से जिला कार्यालय द्वारा आवेदन मंगाए गए हैं। प्राप्त आवेदनों का पात्रता परीक्षण कर शीघ्र ही सामूहिक विवाह आयोजन की तिथि तय की जाएगी।

यहां बताना होगा कि निर्धन परिवार के लिए विवाह योग्य पुत्रियों का विवाह करना काफी मुश्किल भरा कदम होता है । खासकर आजकल के महंगे परिवेश में मजदूरी कर दो जून की रोटी का जुगाड़ कर जीवन यापन करने वाले परिवार को अपनी बिटिया का हाथ पीले करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इन्हीं सब दिक्कतों को देखते हुए निर्धन परिवार की इस चिंता को मुक्त करने छत्तीसगढ़ सरकार ने सन 2004 से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की है । जिसके अंतर्गत छत्तीसगढ़ के मूल निवासी ऐसे निर्धन परिवार जिनके यहां 18 साल से अधिक आयु की विवाह योग्य कन्या है उनका विवाह सरकार अपने खर्चे पर संपन्न कराकर ऐसे परिवारों को चिंतामुक्त कर रही। बेटियों का भविष्य संवार रही। इसी कड़ी में आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में भी वित्तीय वर्ष 2021 -22 में प्राप्त बजट में सामूहिक विवाह की कवायद अब शुरू हो गई है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग एमडी नायक ने बताया कि कोरबा जिले को इस साल 150 जोड़ों का लक्ष्य दिया गया है। शासन द्वारा प्रति बेटियों के विवाह के लिए 25 हजार रुपए के बजट का प्रावधान सुनिश्चित किया गया है । इस तय बजट में ही सामूहिक विवाह का आयोजन संपन्न कराना है इसके लिए बकायदा सभी 10 परियोजनाओं से 18 वर्ष से अधिक आयु के अविवाहित कन्याओं के विवाह के लिए आवेदन मंगाए जा रहे हैं। आवेदन सीधे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के समक्ष भी लोग प्रस्तुत कर सकते हैं। श्री नायक ने बताया कि अगर प्राप्त आवेदनों की संख्या तय लक्ष्य 150 से अधिक होती है तो ऐसी स्थिति में प्राप्त आवेदनों का पात्रता परीक्षण कर बजट हेतु मांग पत्र वरिष्ठ कार्यालय को प्रेषित किया जाएगा। यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि ऐसी स्थिति में आगामी वित्तीय वर्ष 2022 -23 के लिए प्राप्त बजट आवंटन का उपयोग कर अप्रैल माहांत या मई माह के पहले पखवाड़े में सामूहिक विवाह आयोजित किया जा सकता है।

25 हजार में मुश्किल हो जाती है शादी, बढ़ाना होगा बजट

मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना में प्रति जोड़ें 25 हजार रुपए बजट का प्रावधान सुनिश्चित किया गया है । इतनी कम राशि में बेटियों का विवाह कर पाना मुश्किल होता है हालांकि संख्या अधिक होने की वजह से कुछ आसानी जरूर होती है लेकिन बढ़ती महंगाई में यह बजट नाकाफी साबित हो रही है 25 हजार में ही आयोजन व्यय , वर-वधू के लिए पोशाक आहार सामग्री के साथ ही साथ उनको 1हजार रुपए बैंक ड्राफ्ट /नगद/ चेक के रूप में उपहार स्वरूप दिया जाता है निश्चित तौर पर राज्य शासन को उक्त राशि को बढ़ाना चाहिए ताकि व्यवस्थित तरीके से निर्धन बेटियों का विवाह संपन्न हो सके । बजट की तंगी आयोजन के आड़े न आए। साथ ही सरकार के इस पुनीत आयोजन में समाजसेवियों को भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए।

वर्जन

मंगाए हैं आवेदन

मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष में 150 जोड़ों का लक्ष्य मिला है । कोरोना संक्रमण कम होने के बाद परियोजनाओं से आवेदन मंगाए जा रहे हैं । आवेदनों की संख्या अधिक होने पर पात्रता परीक्षण कर अतिरिक्त बजट के लिए शासन को मांग पत्र भेजा जाएगा। शीघ्र सामूहिक विवाह के आयोजन के लिए जिला प्रशासन के निर्देशानुसार तिथि तय की जावेगी।

एमडी नायक, डीपीओ ,महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा