कोरबा ने धान खरीदी अभियान में रचा कीर्तिमान ,कलेक्टर रानु साहू के नेतृत्व में लगातार दसवें साल किया कमाल ,330 करोड़ के धान का किया पूरा परिदान,खराब मौसम से जूझते बिना संग्रहण केंद्र दिया जीरो शार्टेज , समितियों को 6 करोड़ का होगा भुगतान

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। 7 फरवरी को संपन्न हुए खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 धान खरीदी अभियान में कोरबा जिले ने लगातार दसवें साल कीर्तिमान रच दिया । कलेक्टर रानु साहू के नेतृत्व में शासन को शत प्रतिशत धान का परिदान कर दिया । 17 लाख 2 हजार 372 क्विंटल (समर्थन मूल्य पर 330 करोड़ 26 लाख 30 हजार 224 रुपए का) धान लौटाने वाले कोरबा की 41 समितियों के 55 उपार्जन केंद्रों को कमीशन एवं प्रोत्साहन राशि के तौर पर 6 करोड़ 12 लाख 85 हजार 392 रुपए का भुगतान होगा।

यहां बताना होगा कि खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में प्रदेश में 1 दिसंबर से 7 फरवरी तक धान खरीदी का कार्य किया गया। आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में इस निर्धारित मियाद में पंजीकृत 34 हजार 73 किसानों ने 41 समितियों के 55 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 17 लाख 2 हजार 372 क्विंटल (समर्थन मूल्य पर 330 करोड़ 26 लाख 30 हजार 224 रुपए का )धान बेचा था। समर्थन मूल्य पर खरीदे गए सवा 3 सौ करोड़ रुपए के धान की सुरक्षित रखरखाव एवं समय पर शत प्रतिशत उठाव की चुनौती थी। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के कुशल नेतृत्व में कोरबा जिले ने इस कार्यदायित्व का बखूबी पूरी जिम्मेदारी के साथ निर्वहन किया। लगातार बिगड़ते मौसम बेमौसम बारिश एवं संग्रहण केंद्र के अभाव में करोड़ों के धान का सुरक्षित रखरखाव कतई आसान नहीं था, लेकिन कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के नेतृत्व में जिला प्रशासन एवं धान खरीदी अभियान से जुड़े तमाम विभागों मार्कफेड, खाद्य विभाग ,नागरिक आपूर्ति निगम ,आदिवासी सेवा सहकारी समिति,उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं ने पूरी संजीदगी से कार्य किया । कलेक्टर श्रीमती रानु साहू संबंधित विभागों से लगातार कस्टम मिलिंग के लिए जारी डीओ एवं उठाव की जानकारी लेती रहीं जिन जिन उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक धान के स्टॉक की जाम होने की नौबत आती रही वहां प्राथमिकता के साथ धान के उठाव का निर्देश देती रहीं। यही नहीं समय-समय पर कलेक्टर ने लापरवाह राइस मिलरों को फटकार भी लगाया ,समय पर उठाव पर शाबाशी भी दी । जिसकी बदौलत लगातार दसवें साल कोरबा जिला शत प्रतिशत धान लौटा कर जीरी शार्टेज धान देने के कीर्तिमान को बरकरार रखने में सफल रहा।

बढ़ाया मान ,समितियों को 6 करोड़ 12 लाख का होगा भुगतान

गौरतलब हो कि आदिवासी सेवा सहकारी समितियों को प्रति क्विंटल धान खरीदी पर राज्य शासन 32 रुपए कमीशन की दर से भुगतान करती है। वहीं जीरो शार्टेज (शत प्रतिशत धान का परिदान )करने पर प्रति क्विंटल 4 रुपए की दर से इन्सेंटिव्ह (प्रोत्साहन राशि)प्रदान करती है। जिले में वर्तमान खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में कुल 17 लाख 2 हजार 372 क्विंटल (समर्थन मूल्य पर 330 करोड़ 26 लाख 30 हजार 224 रुपए का )धान की खरीदी हुई थी। जिसके एवज में समितियों को 5 करोड़ 44 लाख 75 हजार 904 रुपए का कमीशन भुगतान होगा। इसी तरह जीरो शार्टेज के लिए 68 लाख 9 हजार 488 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस तरह समितियों को कुल कमीशन एवं प्रोत्साहन राशि के तौर पर 6 करोड़ 12 लाख 85 हजार 392 रुपए का भुगतान होगा।समिति के आय का सबसे बड़ा जरिया धान खरीदी ही होता है। इसी कार्य से मिलने वाली राशि से कर्मचारियों के वेतन भुगतान से लेकर समितियों के समस्त व्यय का भुगतान किया जाता है।