इस साल रिकॉर्ड ठंड पड़ने की संभावना, मार्च अंत तक जारी रहेगी कड़ाके की ठंड, मौसम वैज्ञानिकों का दावा

भोपाल। विशेषज्ञों की मानें तो इस बार मार्च अंत तक कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। तीन विदेशी संस्थानों और एक यूनिवर्सिटी द्वारा की गई स्टडी में भी ये तथ्य सामने आए हैं। इसमें जिक्र है कि पूर्वी प्रशांत महासागर में समुद्र सतह का तापमान कम है। ये ‘ला नीना’ फैक्टर है। इसके प्रभावी होने से कड़ाके की ठंड का दौर इस बार लंबा खिंचेगा।

बता दें कि ‘ला नीना’ का मतलब प्रशांत महासागर यानी समुद्र सतह के तापमान से है। एक्सपर्ट कहते हैं ‘ला नीना’ के आधार पर ही सर्दी का आकलन किया गया है। इसका असर उत्तरी गोलार्ध यानी भूमध्य रेखा के ऊपर के क्षेत्र में होता है। इसमें भारत सहित एशिया के ज्यादातर देश आते हैं। इससे भारत के कोल्ड कोर जोन में तेज ठंड पड़ेगी। इसी कारण इस बार नवंबर की शुरुआत से ही रिकॉर्ड ठंड पड़ने लगी थी…दरअसल भोपाल के मौसम पर उत्तर भारत के मौसम का असर होता है। सर्दी के मौसम में यहां उत्तर से आने वाली हवा के कारण ही ठंडक होती है। ये पूरा इलाका कोल्ड कोर जोन की जद में आता है।