कोरबा । अनुविभाग पोंडी उपरोड़ा जिला कोरबा के बहुचर्चित विवादित सहायक शिक्षक ईश्वर चंद्र जायसवाल जो विगत 10 वर्षों से अनुविभागीय दंडाधिकारी अधिकारी राजस्व पोंडी उपरोड़ा कार्यालय में अंगद के पांव की तरह स्टेनो जैसे महत्वपूर्ण पद में संलग्न होकर कार्यालय में जमे हुए थे, जिन्हें वर्तमान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पोंडी उपरोड़ा नंद जी पांडेय ने उनके मूल पदस्थ संस्था प्राथमिक शाला आमा खोखरा खंड पोंडी उपरोड़ा के लिए कार्यमुक्त कर दिया है।
लेकिन दिलचस्प बात ये है कि आदेश का शिक्षक ईश्वर चंद जायसवाल के द्वारा कितने दिनों तक पालन किया जाता है। क्योंकि पहले भी कई अधिकारियों ने युक्त शिक्षक को कुछ दिनों या महीनों के लिये एसडीएम कार्यालय पोंडी उपरोड़ा से कार्यमुक्त किया था परंतु संबंधित शिक्षक हमेशा येन केन प्रकारेण पुनः कार्यालय में स्टेनो के पद पर संलग्न होकर अपने मूल कर्तव्य बच्चों को पढ़ाने से विमुख होकर कार्यालय में मलाईदार शाखा का प्रभारी होने में कामयाब हो जाता था। शिक्षक ईश्वर चंद जायसवाल के अपने मूल कर्तव्य स्कूल में बच्चों को शिक्षा देने के बजाय कार्यालय में बाबूगिरी करने में क्या स्वार्थ है ये समझ से परे है।कोरबा ज़िला में विकास खंड पोंडी उपरोड़ा में शिक्षकों का मनचाहे कार्यालय/स्कूलों में संलग्न होना आम बात है। अब देखना होगा नए विकास खंड शिक्षा अधिकारी पोंडी उपरोड़ा अशोक चंद्राकर और नंद जी पांडेय एसडीएम शिक्षकों के संलग्नीकरण के दोषपूर्ण व्यवस्था में अंकुश लगा पाते हैं या फिर अनुविभाग में शिक्षकों के अवैतनिक संलग्नीकरण का खेल यों ही पूर्ववत चलता रहेगा।