नाप तौल निरीक्षक डहरिया के खिलाफ प्रशासन की जांच दल ने सहायक नियंत्रक का लिया बयान ,इधर तत्काल निलबंन करने अड़ा चेम्बर ऑफ कॉमर्स ,तीन दिनों के भीतर कार्रवाई नहीं होने पर नगर बंद का ऐलान

पार्वती धर्मकांटा के सत्यापन के नाम पर 2 लाख रुपए मांगने का है आरोप ,झूठी शिकायत के आधार पर राईस मिलर्स पर दर्ज एफआईआर से भड़के हैं व्यापारी

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। विधिक माप विज्ञान (पूर्व प्रचलित नाम नाप तौल )विभाग के कोरबा सर्किल के निरीक्षक पाल सिंह डहरिया के कार्यशैली के खिलाफ जिला चेम्बर ऑफ कॉमर्स की शिकायत के बाद जिला प्रशासन द्वारा एडीएम की अध्यक्षता में गठित समिति ने गुरुवार को निरीक्षक पाल सिंह डहरिया का बयान दर्ज किया। बिलासपुर से पहुंचे सहायक नियंत्रक सुरेश कुमार देवांगन ने भी बयान दर्ज कराया। इधर शुक्रवार को कार्रवाई में तेजी न आता देख जिला चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने आर पार की लड़ाई का मन बना लिया। 3 दिनों के भीतर निरीक्षक पाल सिंह डहरिया को निलंबित नहीं करने की सूरत में नगर बंद का ऐलान किया है। चेम्बर ऑफ कॉमर्स के इस चेतावनी के बाद शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया है। शीघ्र ही अनुशंसा सहित प्रतिवेदन आवश्यक कार्रवाई हेतु नियंत्रक को भेजा जाएगा।

यहां बताना होगा कि विधिक माप विज्ञान (पूर्व प्रचलित नाम नाप तौल )विभाग के कोरबा सर्किल के निरीक्षक पाल सिंह डहरिया के अपनी कार्यशैली को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं । 25 अप्रैल की शाम उरगा स्थित पार्वती धर्मकांटा में असत्यापित मॉनिटर की जप्ती करने गए निरीक्षक पर संचालक ने 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगने का सनसनीखेज आरोप लगाया था। वहीं निरीक्षक ने संचालक पर शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने वाद विवाद व मारपीट करने को लेकर उरगा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी । घटना के बाद अधिकारी के समर्थन में उरगा थाने पहुंची क्रांति सेना के दर्जनों युवाओं के हंगामे के बाद पुलिस ने बिना विवेचना गोपाल मोदी सहित तीन के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने पर धारा 186,353,332 ,34 के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया । घटना के बाद व्यापारी भी निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई को लेकर लामबंद हो गए । जिला चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल ने
उक्त घटना की कड़ी निंदा की थी । अध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर निरीक्षक पाल सिंह डहरिया द्वारा की गई झूठी शिकायत निरस्त कर दंडात्मक कार्रवाई किए जाने की मांग की थी । उन्होंने कहा है कि निरीक्षक श्री डहरिया व्यापारियों को बेवजह परेशान कर रहे हैं। रिश्वत नहीं देने पर झूठे मामले में फंसा रहे हैं।कलेक्टर ने घटना की गम्भीरता को देखते हुए एडीएम सुनील नायक की अध्यक्षता में जांच टीम गठित कर दी। जांच दल में खाद्य अधिकारी जे के सिंह भी शामिल हैं। जांच दल ने गुरुवार निरीक्षक पॉल सिंह डहरिया का बयान दर्ज किया। साथ ही विधिक माप विज्ञान विभाग बिलासपुर के सहायक नियंत्रक सुरेश कुमार देवांगन ने भी नियमों की जानकारी रख अपना बयान दर्ज कराया। जांच दल ने अपना प्रतिवेदन कलेक्टर को प्रस्तुत कर दी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई हेतु प्रतिवेदन नियंत्रक विधिक माप विज्ञान विभाग रायपुर को भेजी जाएगी। लेकिन इधर जिला चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने निरीक्षक पर निलंबन की कार्रवाई करने आर पार की लड़ाई का मन बना लिया है । जिला चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल ने निरीक्षक पाल सिंह डहरिया को तत्काल निलंबित करने की मांग की है। साथ ही 3 दिनों के भीतर निलबंन की कार्रवाई नहीं होने पर नगर बंद की चेतावनी दी है। चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने निरीक्षक श्री डहरिया के उक्त घटनाक्रम के अलावा कोरबा ,रायगढ़ जिले में पदस्थापना के दौरान कार्यशैली को लेकर प्रकाशित लेखों को भी प्रस्तुत किया है। बहरहाल अब देखना यह होगा कि शासन जिले के सबसे बड़े व्यापारी संगठन के नगर बंद की अल्टीमेटम को हल्के में लेती है या फिर सोमवार को निरीक्षक पाल सिंह डहरिया को निलंबित कर जिले से कोरबा से हटाकर इस विवाद का पटाक्षेप करेगी।

वर्जन

बयान दर्ज करा दिया है

हमने प्रकरण में कोरबा जाकर जांच दल के समक्ष कल बयान दर्ज करा दिया है । प्रकरण में कार्रवाई की अनुशंसा जिला प्रशासन ही कर सकती है। नियंत्रक ही प्रकरण में आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

सुरेश कुमार देवांगन ,सहायक नियंत्रक विधिक माप विज्ञान बिलासपुर