कोरबा । जिले में डीजल चोरी का सरगना साजिद खान अभी जेल में निरुद्ध है। चंद दिनों की शांति के बाद डीजल चोरी का खुला खेल फिर चालू हो गया है कोरबा में मुख्यमत्री भूपेश बघेल का संभावित दौरा भी है कहीं ऐसा न हो की यह सवाल मुख्यमंत्री के सामने उठाया जाय तब प्रशासन को जवाब देना भारी पड़ सकता है।
कोरबा में लम्बे समय से चल रहे अवैध कारोबार में कोयला और डीजल का बड़ा कारोबार कोरबा के पश्चिम क्षेत्र में संचालित है । इस गोरखधंधे में न सिर्फ स्थानीय लोगों की भूमिका है बल्कि रायपुर में बैठकर इसका मुख्य सरगना इन कारोबारों को संचालित कर रहा है । कोरबा औद्योगिक जिला होने के कारण यहां कोयला और डीजल भारी मात्रा में उपलब्ध है । डीजल चोर न सिर्फ बड़े डोजरों से डीजल निकालकर खुले बाजार में खुलेआम बेचते है बल्कि हथियारों से लेस होकर एक समूह में खदानों में प्रवेश करते है और बड़े डोजरों और डम्फरों से हजारों लीटर डीजल निकाल रहे हैं। यह कहना बेमानी होगी कि पुलिस इस मामले से अनभिज्ञ है इसके बावजूद डीजल की चोरी का खेल बड़े स्तर पर चालू है।
आईजी के आदेश पर एसपी ने किया दो टीआई को लाइन अटैच,डीजल चोरी जारी ,कुसमुंडा टीआई पर मेहरबान
कोरबा के हरदीबाजार और दीपका क्षेत्र में कोयला चोरी करते वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने खानापूर्ति करते हुए दीपका और हरदीबाजार के टीआई को लाइन अटैच कर दिया है। लेकिन डीजल के बड़े कारोबार में लिप्त डीजल माफियाओं पर पुलिस का शिकंजा कब कसेगा यह एक यक्ष प्रश्न है । बतातें चले की कुसमुंडा और दीपका क्षेत्र में में इन दिनों डीजल का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है खुलेआम चल रहे इस गोरख धंधे की खबर प्रशासन को नहीं होगी यह कहना बेमानी होगी पर सवाल यह उठता है की डीजल चोरी के इस खेल को किसका संरक्षण प्राप्त है। सूत्र बतातें है की रायपुर में बैठकर कोरबा में कोयले और डीजल के अवैध कारोबार को संचालित किया जा रहा है । इस खेल में प्रशासन के लोग भी शामिल हैं। यही वजह है डीजल चोरी की खबर आम होने के बावजूद पुलिस कार्रवाई को क़तरा रही है। अब देखना यह है की कोयले पर कार्रवाई करने वाले अफसर डीजल चोरी पर क्या कार्रवाई करते हैं।
एसईसीएल के सुरक्षाबलों ने कर रखा है सरेंडर
बतातें चलें की डीजल और कोयले की अफरा तफरी रोकने के लिए एसईसीएल ने सीआईएसएफ व त्रिपुरा रायफल की टीम को तैनात किया हुआ है । लेकिन चंद दिन तो इन राइफलधारियों के खौफ से डीजल चोर खदानों में प्रवेश नहीं करते लेकिन कुछ ही दिनों में इन राइफलधारियों का खौफ भी रफूचक्कर हो जाता है न जाने इन डीजल चोरों के पास ऐसा कौन सा जादू का मन्त्र है की कुछ ही दिनों में इन राइफलधारियों को मन्त्र मुग्ध कर लेते हैं। बहरहाल कोरबा आद्योगिक नगरी में कोयला और डीजल चोरों का आतंक इतना बढ़ गया है की प्रशासन भी इनके आगे नतमस्तक दिख रहा है।