अनोखा ऐप : 10 हजार कॉलेजों में 70 लाख से अधिक छात्रों के सुख दुख का करेगा आंकलन

नई दिल्ली। रॉयस्टर रिसोर्सेज नाम की संस्था ने एक अनोखे ऐप का निर्माण किया है, जिसका उपयोग भारत के 10 हजार कॉलेजों में 70 लाख से अधिक छात्रों द्वारा किया जाएगा। यह ऐप छात्रों के खुशी सूचकांक और संस्थान की समग्र खुशी को मापने में मदद करता है। यह APP माइंड शेयर और माइंड मैप को एक गेमीफाइड तरीके से भी मापता है। यह एक ब्लॉक चेन आधारित APP है। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने ‘रॉयस्टर रिसोर्सेज’ के साथ इस APP के इस्तेमाल के लिए एक समझौता किया है। इस APP का नाम ‘वाईओएल-योअर वन लाइफ’ है। AICTE ने सभी मान्यता प्राप्त संस्थानों में एचईटी पाठ्यक्रमों के साथ छात्रों और कर्मचारियों को सशक्त बनाने के लिए हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट (एचईटी) के साथ भी एक एमओयू किया है।

हार्टफुलनेस केंद्र होंगे स्थापित

एचईटी के साथ किया गया एमओयू छात्रों को स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर क्रेडिट-आधारित पाठ्यक्रम या मॉड्यूल चुनने की अनुमति देता है। यह छात्रों को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करता है। छात्र टिकाऊ प्रौद्योगिकियों, पर्यावरणीय स्थिरता, चिंतनशील शिक्षाशास्त्र और चेतना सहित अन्य क्षेत्रों में अनुसंधान फेलोशिप के लिए भी पात्र होंगे। एचईटी के साथ समझौता ज्ञापन में शैक्षणिक संस्थानों में हार्टफुलनेस केंद्र स्थापित करना भी शामिल है। इससे शैक्षणिक संस्थानों के फैकल्टी और कर्मचारियों को हार्टफुलनेस ध्यान सत्र और प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे वेलनेस टूल्स की पेशकश की जा सकेगी।

छात्रों को अपने आंतरिक अस्तित्व के बारे में जानने की जरूरत

MoU के लागू होने के साथ गाइड ऑफ हार्टफुलनेस कमलेश पटेल (दाजी) ने कहा कि हमारी शिक्षा को मौजूदा पाठ्यक्रम से कहीं अधिक की आवश्यकता है। यानी, सैद्धांतिक और व्यावहारिक अनुप्रयोग के अलावा हमारे छात्रों को अपने आंतरिक अस्तित्व के बारे में जानने की जरूरत है। हार्टफुलनेस अभ्यास उच्च चेतना की अवस्थाओं तक पहुंचने का सबसे आसान तरीका है. मन का एक शांत मानसिक ढांचा और आंतरिक स्थिति की स्थिरता लोगों को जीवन में बहुत कुछ हासिल करने में मदद कर सकती है। हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट एआईसीटीई के तत्वावधान में अध्ययन के सभी स्थानों को भीतर और बाहर सफलता के लिए उपकरण प्रदान करने के लिए हरसंभव तरीके से सहायता करेगा।

शिक्षा का उद्देश्य सभी स्तरों पर स्वयं को बेहतर बनाना

एआईसीटीई के अध्यक्ष डॉ अनिल सहस्रबुद्धे ने कहा कि अब शिक्षा के लिए एक नया दृष्टिकोण है। शिक्षा का उद्देश्य सभी स्तरों पर स्वयं को बेहतर बनाना होना चाहिए। यह न केवल हमारे आसपास की दुनिया के बारे में ज्ञान प्राप्त करना है और विभिन्न परिस्थितियों में कैसे कार्य करना है, बल्कि अपने भीतर की वास्तविक प्रकृति को समझना और उचित प्रतिक्रिया देना भी है। हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट शिक्षा को एक नया प्रतिमान दे रहा है और हम वास्तव में अकादमिक विकास का स्वागत करते हैं। उनके साथ मिलकर काम करने और संयुक्त रूप से शिक्षा में इस नए प्रतिमान को बनाने की आशा करते हुए प्रसन्नता हो रही है।

छात्रों की खुशियों का मूल्यांकन ऐप के माध्यम से

रॉयस्टर रिसोर्सेज के साथ साझेदारी के बारे में बोलते हुए डॉ अनिल सहस्रबुद्धे ने कहा कि यह एक उपयोगी एप है, जो न केवल एक छात्र की खुशियों का मूल्यांकन करता है, बल्कि छात्र और संस्थान दोनों को खुशी के पल बनाने, उसकी जांच और संग्रह करने में भी मदद करता है।