ओडिशा। भुवनेश्वर ओडिशा में एक युवा विधायक से जुड़ा अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जिसमें अपनी ही शादी के दिन विधायक शादी वाली जगह पहुंचा ही नहीं। इसके बाद दुल्हन ने एफआईआर दर्ज करा दी। जब दुल्हन ने एफआईआर दर्ज करा दी, तो विधायक महोदय नींद से उठे और बोले, कि यार-किसी ने मुझे बताया ही नहीं कि आज शादी की तारीख थी। शायद जनता की सेवा में व्यस्त हो गए थे। बहरहाल, ये पूरा मामला है ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले का। जहां सदर थाने में सत्ताधारी बीजू जनता दल के युवा विधायक और छात्र नेता बिजय शंकर दास की कथित दुल्हन थाने पहुंच गई थी।
अपनी ही शादी में नहीं पहुंचा दूल्हा, तो दर्ज हुई एफआईआर
जानकारी के मुताबिक, जगतसिंहपुर सदर थाने में एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि उसका होने वाला 30 साल का विधायक दूल्हा शादी के दिन ही शादी वाली जगह नहीं पहुंचा। महिला ने विधायक बिजय शंकर दास पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उसके साथ वादाखिलाफी की है। तीन साल तक रिश्ते में दोनों रहे हैं और जब शादी के लिए वो तैयार भी हुए, तो तय समय पर वहां आना ही भूल गए। इसके बाद जगतसिंहपुर सदर थाने में आरोपी विधायक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जगतसिंहपुर सदन थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रवास साहू ने एफआईआर की पुष्टि की है। महिला ने शिकायत में कहा है कि महिला और विधायक ने 17 मई को विवाह पंजीयक के कार्यालय में आवेदन किया था। इसके बाद महिला अपने परिवार के साथ 30 दिनों के निर्धारित समय के बाद शुक्रवार को शादी की औपचारिकताओं के लिए वहां पहुंची, लेकिन विधायक बिजय शंकर दास नहीं आए।
किसी ने याद ही नहीं दिलाया-आज शादी है!
इस बारे में जब आरोपित विधायक बिजय शंकर दास से मीडिया ने बातचीत की तो उन्होंने शादी से मना नहीं किया। बल्कि उन्होंने तो कहा कि किसी ने बताया ही नहीं कि आज उनकी शादी भी है। हालांकि बिजय शंकर ने ये भी कहा कि वो महिला से शादी करेंगे और शादी के 60 दिनों के भीतर शादी का पंजीकरण करवा सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘शादी के पंजीकरण के लिए और 60 दिन बाकी हैं। इसलिए, मैं नहीं आया। मुझे उसने या किसी और ने विवाह पंजीयक के कार्यालय जाने के लिए सूचित नहीं किया। वहीं, महिला का कहना है कि विधायक ने उनका फोन ही उठाना बंद कर दिया था, इसलिए मजबूरी में उसे पुलिस की शरण लेनी पड़ी।