दुर्लभ प्रजाति का सांप मिला – जिसे कॉमन कैट स्नेक के नाम से जानते हैं जिससे हिंदी में बिल्ली सांप कहा जाता हैं

कोरबा -जिले मिले में जिस तरह साप मिल रहे कोई आश्चर्य का विषय नहीं, जशपुर को सांप लोक कहा जाता है जब कि कोरबा जिले में जिस तरह साप मिल रहे उस हिसाब से तो कोरबा जिले को सर्प लोक मान लेना चाहिए, जिले में अभी तक विभिन्न प्रजाति के सांप मिल चुके है ऐसा ही कुछ दुर्लभ प्रजाति का सांप मिला खर्मोरा के एक मकान में जो कि उमेश कर्श का घर हैं, उमेश नामक व्यक्ति उस समय डर से काप गए जब उनके घर एक अलग ही दिखने वाला सांप दिखा बिना देरी किए उस व्यक्ति ने स्नेक रेस्क्यू टीम कोरबा के प्रमुख जितेंद्र सारथी को इस बात की सूचना दी जिसके बाद जितेंद्र सारथी ने अपने टीम के सदस्य को भेजा, उनके सदस्य जब पहुंचे तो उन्होंने अपने प्रमुख जितेंद्र सारथी को जानकारी दिया की यह कॉमन कैट स्नेक है, फिर उनको रेस्क्यू कर जितेंद्र सारथी के पास पहुंचे, तब जाकर घर वालो ने राहत की सांस ली।

जितेंद्र सारथी ने बताया कि यह साप दुर्लभ प्रजाति का हैं जिसे कॉमन कैट स्नेक के नाम से जानते हैं जिससे हिंदी में बिल्ली सांप कहा जाता हैं, बिल्ली सांप नाम उसके आंखों के कारण से कहा जाता हैं, ये काम जहर वाला सांप हैं, जिसके काटने से व्यस्क व्यक्ति की मौत नहीं हो सक्ती पर अगर ये किसी छोटे बच्चे को काट ले तो मौत हो सकती हैं।

फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को दी जानकारी।
दुर्लभ प्रजाति का सांप होने की वजह से फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को जानकारी देना आवश्यक था जिसके लिए जितेंद्र सारथी अपने टीम के साथ फॉरेस्ट डिपार्टमेंट पहुंचे और सांप की जानकारी दी।