छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की आंधी में भाजपा का एक और किला ढहा ,अविश्वास प्रस्ताव में भाजपा के महासमुंद पालिका अध्यक्ष की चली गई कुर्सी

महासमुंद। छत्तीसगढ़ में भाजपा को एक और बड़ा झटका मिला है। कांग्रेस ने भाजपा का एक और किला ढहा दिया है। महासमुंद में नगर पालिका अविश्वास प्रस्ताव मत में कांग्रेस को 20 मत और भाजपा को 3 मत मिले, जबकि 6 मत खारिज हो गए हैं। कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव में जीत हासिल की है।

दरअसल, नगर पालिका महासमुंद के अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ( भाजपा ) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कांग्रेस पार्षदों ने जिला निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा था, जिस पर कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर ने चुनाव की तारीख का ऐलान किया था, जिसके बाद 4 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस ने जीत हासिल की।बता दें कि, बीते दिनों नगर पालिका के 10 पार्षदों ने पालिका अध्यक्ष पर जनहित के कार्यों की अनदेखी, पालिका नियमों को दरकिनार करने और पद के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौपा था।अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग की थी।

पार्षदों ने लगाया थे ये आरोप

ज्ञापन में पार्षदों ने कहा था कि अध्यक्ष 2 साल से जनहित के कार्यों की अनदेखी कर रहे हैं, जिससे पार्षदों पर वार्डवासी गुस्सा निकाल रहे हैं। वे परिषद के निर्णय का क्रियान्वयन नहीं करा रहे हैं। सामान्य परिषद और प्रेसिडेंट इन काउंसिल द्वारा लिए गए संकल्पों को कार्रवाई पंजी में दर्ज नहीं किया जाता।

कौन है अध्यक्ष पद की रेस में ?

महासमुंद नगर पालिका में BJP को जोरदार झटका देने के बाद अब अध्यक्ष पद के लिए नामों का दौड़ शुरू हो गया है। इसमें कृष्णा चंद्राकर और राशि महिलाम का नाम सामने आ रहा है। कयास लगाया जा रहा है कि इन दोनों में कोई एक के सिर ताज सजेगा, जिसका फैसला PCC चीफ मोहन मरकाम जल्द कर सकते हैं।महासमुंद नगर पालिका चुनाव के लिए कांग्रेस ने पीयूष कोसरे और सुबोध हरितवाल को पर्यवेक्षक बनाया गया था। साथ ही विधायक विनोद चंद्राकर और प्रभारी महामंत्री अमरजीत चावला को भी जिम्मेदारी सौंपी गई थी।