हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा ।जिले में लचर शिक्षा व्यवस्था एवं अधिकारियों की एसी दफ्तर में बैठकर की जा रही मॉनिटरिंग की पोल जनदर्शन में खुलने लगी है। मंगलवार को शिक्षा विभाग के रवैये को लेकर एक बार जनदर्शन में समस्याओं की गूंज सुनाई दी। कटघोरा ब्लाक से दो गम्भीर मामले जनदर्शन में आए। ग्राम पंचायत डोंगरी के आश्रित ग्राम तिलवारीपारा के सरपंच सहित प्रबुद्ध ग्रामीण जहां एकल शिक्षकीय विद्यालय होने पदस्थ शिक्षक द्वारा शिक्षकीय कार्य दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने की समस्या से आहत शिक्षक की मांग लेकर पहुंचे तो वहीं ग्राम पंचायत ढुरेना के ग्रामीणों ने जर्जर स्कूल भवन की बीईओ डीईओ से लेकर मंत्री तक शिकायत करने के बाद भी नया भवन की स्वीकृति प्रदान नहीं करने ,बच्चोँ की गांव के मंच में क्लास लगाए जाने से व्यथित एवं आक्रोशित होकर अफसरों की कार्यशैली को लेकर जनदर्शन में नाराजगी जताई। कलेक्टर ने डीईओ को फटकार लगाते हुए दोनों प्रकरणों में त्वरित उचित पहल के निर्देश दिए हैं ।

ग्राम पंचायत ढुरेना के अंतर्गत पुनर्वास ग्राम कोसमंदा (विजयनगर)में सन 1986-87 लगभग 37 वर्षों से शासकीय प्राथमिक शाला संचालित है।जहां विद्यालय में चालू शिक्षा सत्र में 60 बच्चे अध्ययनरत हैं। लेकिन साढ़े तीन दशक पुरानी भवन इस कदर जर्जर हो चुकी है कि बार बार मरम्मत कराने के बाद भी छत से पानी टपकते रहता है। दीवाल कई जगह से दरकने लगे हैं फर्श भी टूटने लगे हैं। फर्श तथा दीवालों पर सीलन होने के कारण बच्चों के बैठने के लिए कक्ष उपयुक्त नहीं है ।कमरे में प्रवेश करते ही दमघोंटू बदबू एवं उमस से बच्चे हलाकान हो रहे। उनकी सेहत खतरे में है। शाला भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है।असमय छज्जा (प्लास्टर) भरराकर गिर रहा,जिससे जान माल के नुकसान का भय बना रहता है।बच्चों ग्रामीणों को अनहोनी का डर सताता रहता है।बच्चे भय भरे माहौल में अपनी नैय्या पार लगाने विद्यार्जन कर रहे। गांव के प्रबुद्ध ग्रामीण गणेशराम ,बाबूलाल कंवर ,जगेशरदास,दसरुराम,लक्ष्मणसिंह,बृजपाल यादव ,बीरसिंह,धिरपाल सिंह कंवर ,बनतराम ,जयपाल सिंह ने बताया कि एसडीएम ,विधायक एसईसीएल सबको भवन डिस्मेंटल कर नए भवन बनाने गुहार लगा चुके पर किसी ने नहीं सुनी। आज से मंच पर कक्षाएं लगानी पड़ रही। जिससे व्यथित होकर उन्हें कलेक्टोरेट आना पड़ा। एसईसीएल प्रबंधन भी अपने सामाजिक दायित्वों से पीछे हट रहा कोई सुध नहीं ले रहा। उन्होंने कोसमन्दा भवन जर्जर होने के कारण अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग की है
आत्मानंद खोलने का कोई औचित्य नहीं जब फाउंडेशन ही मजबूत नहीं,पहले स्कूलों में शिक्षक दिलाएं
ग्राम पंचायत डोंगरी के एकल शिक्षकीय प्राथमिक शाला तिलवारीपारा की समस्या भी जनदर्शन में गूंजी । सरपंच इंद्रपाल सिंह कंवर ,प्रबुद्ध ग्रामीण अमृतदास महंत ने कहा कि 65 बच्चों का भविष्य शिक्षा विभाग जिला प्रशासन की अनदेखी की वजह से अंधकारमय है।लंबे अर्से से एक शिक्षक के भरोसे विद्यालय संचालित है। वो भी शिक्षक उपस्थिति भरकर निकल लेता है बच्चों का अध्यापन व्यवस्था चौपट हो गई है। बीईओ ,डीईओ ,कलेक्टर से लेकर राजस्व मंत्री तक को शिक्षक पदस्थ करने गुहार लगा चुके हैं पर किसी ने सुध नहीं ली। जिसकी वजह से बच्चों का भविष्य अंधकारमय है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि आत्मानंद वगैरह स्कूलों का संचालन कर ढकोसला बंद किया जाए पहले जो फाउंडेशन है उन्हें मजबूत किया जाए। शिक्षक की मांग करने यहां तक आना पड़ा यह अत्यंत दुर्भायपूर्ण है।