टाटा ग्रुप देगा चीन को झटका, अब भारत में ही बनेंगे मोबाइल के सभी पार्ट्स, 1.5 अरब डॉलर के प्रोजेक्ट से होगा कायापलट

टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा संस अपने विस्तार योजना के तहत अपने कारोबार को हर सेक्टर में बढ़ा रही है. पहले सुपर एप के जरिए ऑनलाइन ग्रासरी कारोबार में उतरने की योजना अब मोबाइल के पार्ट्स बनाने के लिए भी टाटा ने कमर कस ली है. कंपनी तमिलनाडु में इसके लिए नया प्लांट लगाने जा रही है.

आत्मनिर्भर अभियान को बढ़ावा

दरअसल मोदी सरकार ने आत्ममिर्भर योजना के तहत मोबाइल हेंडसेट निर्माताओं को भारत में निर्माण करने पीएलआई की घोषणा की है. जिसके बाद कई कंपनियों ने भारत में निर्माण करने की पेशकश की है.

लेकिन अब तक मोबाइल के पार्ट्स बनाने के लिए कोई आगे नहीं आया है. अभी भी मोबाइल के पार्ट्स बाहर से ही आते है. टाटा की इस योजना के बाद भारत में इसका कारोबार तो बढ़ेगा ही साथ चीन को भी तगड़ा झटका लगेगा. अभी बहुत बड़ी मात्रा में चीन से ही मोबाइल के पार्ट्स भारत में आते हैं.

1.5 अरब डॉलर का होगा प्रोजेक्ट

टाटा संस का यह प्रोजेक्ट करीब 1.5 अरब डॉलर का हो सकता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी इस प्रोजेक्ट के लिए 1.5 अरब डॉलर लोन लेने की तैयारी में है. इनमें से 75 करोड़ से एक अरब डॉलर की राशि एक्टर्नल कमर्शियल बौरोइंग के जरिए जुटाई जाएगी. नए प्लांट और कंपनी के लिए सीईओ की भी तलाश की जा रही है.

एविएशन में भी हो रहा विस्तार

एयर एशिया भारत में टाटा संस के साथ अपना कारोबार चलाती है. इसमें टाटा संस की हिस्सेदारी 51 फीसदी की है. जबकि एयर एशिया के पास 49 फीसदी की हिस्सेदारी है. कंपनी ने पिछले महीने ही जापान में भी अपना कारोबार बंद कर दिया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टाटा संस एयर एशिया इंडिया में बाकी हिस्सेदारी खरीदने की बात कर रहा है. माना जा रहा है कि टाटा संस एयर एशिया में 100 फीसदी की हिस्सेदारी खरीद सकती है. इसके बाद एयर एशिया पर टाटा संस का पूरा हक हो सकता है.