कोरबा की जर्जर सड़क का नवीनीकरण कार्य शुरू करने ठेकेदार ने नहीं दिखाई रुचि ,ईई का एक्शन ,18 करोड़ की लागत से स्वीकृत 29 किलोमीटर सड़क का नवीनीकरण टेंडर निरस्त ,मची खलबली

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । कार्यादेश जारी होने के बाद भी कोरबा में अनुबंध अवधि में जर्जर सड़क के नवीनीकरण का कार्य प्रारंभ नहीं करना कवर्धा के ठेकेदार को भारी पड़ गया। सीएम के सड़क निर्माण/ मरम्मत को लेकर दिए गए टाईमलाईन ,तल्ख तेवर के बाद ईई पीडब्ल्यूडी कोरबा भी एक्शन में आ गए। उन्होंने 18 .40 करोड़ की लागत से तैयार किए जाने वाले 29.6 किलोमीटर सड़क नवीनीकरण का टेंडर ही निरस्त कर दिया। ईई के इस एक्शन के बाद फर्म के पसीने छूट गए । ठेकेदार ने शेष बची समयावधि में ही सड़क तैयार करने के शपथ पत्र में आश्वसन के साथ टेंडर बहाल करने की गुजारिश की है।

यहां बताना होगा कि कटघोरा के कसनिया मोड़ से पसान के बीच 29.6 किलोमीटर सड़क का नवीनीकरण करने 18.40 करोड़ रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है। उक्त कार्य की जिम्मेदारी कवर्धा के ठेकेदार कन्हैया लाल अग्रवाल की कंपनी को दिया गया था। फर्म को फरवरी माह से कार्य प्रारंभ करना था। कार्य पूर्णता के लिए 22 माह की समयावधि दी गई है । लिहाजा कार्य पूर्णता की तिथि दिसम्बर 2024 तक निर्धारित की गई है। लेकिन अत्यंत खराब हो चुके सड़क का नवीनीकरण नहीं होने की वजह से जनाक्रोश पनपता जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायगढ़ ,जशपुर सहित अन्य जिलों में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान सड़क खराब होने की मिली शिकायतों को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी । उन्होंने न केवल ईएनसी को हटा दिया वरन समस्त कलेक्टरों को दिसम्बर माह तक तमाम खराब सड़कों को सुधार कर लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कड़ी चेतावनी दी है कि इसके बाद सड़कें खराब होने की शिकायतें सामने आई तो सीधे कलेक्टर नपेंगे। सीएम के इस तल्ख तेवर एवं कोरबा में संभावित दौरों को देखते हुए प्रशासन भी एक्टिव मोड़ में आ गया है । ईई पीडब्ल्यूडी ने कवर्धा के फर्म का टेंडर निरस्त कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद महकमे में खलबली मच गई है।

कंपनी ने की अनदेखी ,अब शेष बचे समय में कार्य पूरा कराने का कर रहे वादा

पीडब्ल्यूडी ने फरवरी में वर्क आर्डर जारी करने के साथ ही बारिश में लोगों को परेशानी से बचाने मरम्मत कराने कहा था, पर कंपनी ने नहीं किया।पीडब्ल्यूडी ने पुनः नोटिस जारी किया, पर ठेका कंपनी ने काम ही शुरू नहीं किया। इस वजह से ठेका को ही निरस्त कर दिया गया। पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता एके वर्मा का कहना है कि सड़क की मरम्मत विभाग की ओर से कराई गई है।ठेका कंपनी ने समय सीमा के भीतर कार्य पूर्ण करने का शपथ पत्र दिया है। यह मामला अब शासन स्तर का हो गया है। आगे अगर विभाग की मंजूरी मिलती है, तो शीघ्र कार्य शुरू कराया जाएगा।

तो फर्म का होगा डिमोशन

कवर्धा की फर्म ए वन क्लास की है । लेकिन अनुबंध अवधि में कार्य नहीं करने से फर्म का डिग्रेडेशन हो सकता है।।बताया जा रहा है ऐसी परिस्थिति में एक क्लास का डिमोशन होता है। इस तरह देखें तो फर्म ए वन क्लास से ए क्लास में आ जाएगी।