गोधन न्याय सहित शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही पड़ी भारी ,करारोपण अधिकारी ,3 सचिव निलंबित ,कलेक्टर की नाराजगी के बाद, सीईओ जिला पंचायत की बड़ी कार्रवाई

कोरबा। शासकीय कार्यों में लापरवाही बरतना और उच्च अधिकारियों के आदेश -निर्देश की अवहेलना करना एक करारोपण अधिकारी एवं 3 पंचायत सचिवों को भारी पड़ गया। जिला पंचायत सीईओ ने सभी लापरवाह शासकीय लोक सेवकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उक्त कार्रवाई से पूरे जिले में हड़कम्प मचा है।

जानकारी अनुसार जुनवानी सेक्टर में पदस्थ सहायक आंतरिक लेखा परीक्षण एवं करारोपण अधिकारी देवसिंह पैकरा ,सचिव ग्राम पंचायत दमखांचा श्री खेदूसिंह ,रामेश्वर आर्मो सचिव ग्राम पंचायत मादन,एवं सचिव ग्राम पंचायत उतरदा होरीसिंह के खिलाफ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के विपरीत कार्य व्यवहार पाए जाने पर उक्त कार्रवाई की गई है। संबंधितों पर शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना,गोठान,राशन कार्ड ,पेंशन जन्म- मृत्यु पंजीयन के कार्यों की जानकारी न देना ,समय पर ग्राम पंचायत कार्यालय नहीं खोलने के गम्भीर आरोप थे। जिसे लेकर निरीक्षण एवं बैठकों पर कलेक्टर संजीव झा ने कड़ी नाराजगी की थी। जांच प्रतिवेदन के आधार पर सीईओ जिला पंचायत ने निलंबन की कार्रवाई की है।

निवर्तमान जिला अंकेक्षक जे एस पैकरा के प्रकरण में टिकी निगाहें

भले ही जिला पंचायत सीईओ अनुशासनहीनता का हवाला देकर एक करारोपण अधिकारी सहित 3 पंचायत सचिवों पर निलंबन की कार्रवाई कर सुर्खियां बटोर रहें हों,पर इन सब प्रशासनिक अव्यवस्थाओं में कहीं न कहीं पर्दे के पीछे से संबंधितों को संरक्षण प्रदान करते आ रहे निवर्तमान जिला अंकेक्षक जे एस पैकरा के प्रकरण से प्रशासन का ध्यान नहीं भटका सकते।व्यापक लोकहित में खबर प्रकाशन के बाद अपनी खीझ निकालने पत्रकार की झूठी शिकायत कराकर छवि खराब करने वाले लोकतन्त्र के दुश्मन बने प्रभारी जिला अंकेक्षक जे एस पैकरा की करतूत सामने आने के बाद कलेक्टर संजीव झा ने तत्काल उन्हें उनके मूल पद सहायक आंतरिक लेखा परीक्षण एवं करारोपण अधिकारी जनपद पंचायत पाली को उनके मूल पद सेक्टर तिवरता के लिए भारमुक्त कर जांच कमेटी बना दी है,समस्त सचिवों सहित पीड़ित आवेदक की निगाहें जिला प्रशासन के जांच कार्रवाई पर टिकी है।मामले की शिकायत राज्य शासन तक की गई है।