हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में धान खरीदी का कार्य जारी है। तय लक्ष्य 19 लाख 80 हजार क्विंटल के लक्ष्य के बेहद करीब कोरबा जिला पहुंच गया है। अब तक 16 लाख 14 हजार 130 क्विंटल समर्थन मूल्य पर 329 करोड़ 27 लाख 53 हजार 392 रुपए की धान की आवक हो चुकी है।37 हजार 782 पंजीकृत किसान अपना धान बेच चुके हैं। नोडल अधिकारी एस के जोशी लगातार दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे।
श्री जोशी इसी कड़ी में उपार्जन केंद्र फरसवानी ,सुखरीकला ,उमरेली,बरपाली
,भैसमा सहित विभिन्न उपार्जन केंद्रों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने समिति प्रबंधकों फड़ प्रभारियों (विक्रेताओं) को दो टूक लहजे में कहा है कि किसी भी प्रकार की कोताही या अनियमितता किसानों को असुविधा की शिकायत मिली तो सीधे जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। किसानों से निर्धारित मात्रा में ही धान लेने ,टोकन दिवस पर पूरी व्यवस्था दुरुस्त रखने की हिदायत दी ।श्री जोशी ने कहा कि धान की सुरक्षा की जिम्मेदारी समितियों की है ,इस दिशा में पूरी संजीदगी से कार्य करें। उन्होंने उपार्जन केंद्र कोथारी में निर्माणाधीन भवन गोदाम का जायजा लिया। गुणवत्ता में कोताही पर तत्काल सूचित करने की बात कही।
उमरेली में प्रबंधक दो साल से विक्रेता का अतिरिक्त दायित्व संभाल रहे,कैसे बनेगी व्यवस्था
आदिवासी सेवा सहकारी समिति उमरेली में पिछले दो सालों से फड़ प्रभारी (विक्रेता )का पद खाली है । समिति प्रबंधक तरुण देवांगन ही इस अतिरिक्त कार्य दायित्व का निर्वहन कर रहे । संचालक मंडल ने अभी तक विक्रेता की भर्ती को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिसकी वजह से समिति का कार्य प्रभावित होना लाजिमी है। सुखरीकला के फड़ प्रभारी दिनेश कौशिक वरिष्ठ कर्मचारी हैं लेकिन उन्हें धान खरीदी के ठीक 2 दिवस पूर्व उमरेली से सुखरीकला उपार्जन केंद्र का फड़ प्रभारी बनाकर भेज दिया गया। सुखरीकला में जहाँ 20 हजार क्विंटल धान की आवक होती है तो उमरेली में 40 हजार क्विंटल की खरीदी होती है। फरसवानी जब पृथक समिति बन तब भी श्री कौशिक को समिति प्रबंधक बनाने की जगह वरिष्ठ की जगह जूनियर को स्वार्थ सिद्धि के लिए प्रबंधक बना दिया गया। जिले में माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन भूपेश बघेल जी का आगमन 13 व 17 जनवरी को होगा ऐसे में यह मुद्दा भी उठ सकता है।