मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कोरबा प्रवास तय ,13 को पाली तानाखार के पिपरिया लाफा,17 को कटघोरा विकासखंड के रंजना व नोनबिर्रा में उतरेगा उड़न खटोला ,तैयारियों में जुटी प्रशासन ,खामियां छुपाने मोरगा का प्रस्ताव किया गया खारिज

कोरबा । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर आम जनता से मिल रहे हैं। उनका बहुप्रतीक्षित कोरबा जिला में प्रवास 13 व 17 जनवरी को तय हुआ है।

सूत्रों के मुताबिक 13 जनवरी 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पाली-तानाखार विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पिपरिया और लाफा के प्रवास पर रहेेंगे। इसके पश्चात 17 जनवरी को कटघोरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत रंजना व नोनबिर्रा में उनका भेंट-मुलाकात कार्यक्रम निर्धारित हो रहा है। बता दें कि कटघोरा विकासखंड का ग्राम पंचायत रंजना पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के सपनों का गांव है जहां आज से लगभग 38 वर्ष पूर्व तत्कालीन प्रधानमंत्री राहुल गांधी पहुंचे थे और चौपाल लगाई थी। मुख्यमंत्री के संभावित प्रवास के मद्देनजर प्रशासन द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई है।

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खामियों की पोल खुल न जाए इसलिए हटा दिया मोरगा का नाम

गौरतलब हो कि इससे पूर्व पाली तानाखार विधानसभा के ही ग्राम पंचायत मोरगा का नाम सीएम के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के लिए प्रस्तावित था। बकायदा अधिकारियों ने वहाँ पहुंच उपलब्ध संसाधनों का जायजा भी लिया था।प्रारंभिक तैयारियां शुरू हो गई थी। लेकिन यहाँ लचर पेयजल ,लचर विद्युत व्यवस्था से लेकर अनेकों समस्याएँ विद्यमान हैं। हसदेव एक्सप्रेस ने जमीनी स्तर पर जल जीवन मिशन के डेढ़ करोड़ की योजनाओं की खामियों ,सौर ऊर्जा आधारित स्ट्रीट लाईट की गुणवत्ता में खामियों आधे अधूरे कार्य को लेकर प्रमुखता से शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था। जनाक्रोश दिखा था। जिला प्रशासन भी इससे अवगत है लिहाजा जन शिकायतों के अंबार एवं फजीहत से बचने मोरगा का नाम हटा दिया गया। हालांकि मोरगावासी पसान या लाफा पहुंचकर भी अपनी फरियाद रख सकते हैं।