कैंसर एक जानलेवा बीमारी है और इसके कई कारण हैं। खराब लाइफस्टाइल, एक्सरसाइज की कमी और खराब खानपान इसके बड़े कारण हैं। दुर्भाग्य यह है कि कैंसर के लक्षण बहुत देरी से सामने आते हैं और तब बहुत देर हो चुकी होती है।
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि बेहतर खान-पान के जरिये काफी हद तक कैंसर से बचने और इलाज में सहायता मिल सकती है। आजकल लोग फास्ट फूड, स्मोकिंग, अल्कोहल आदि का खूब सेवन करते हैं।
कुछ चीजों के अधिक मात्रा में सेवन से शरीर में धीरे-धीरे कैंसर बनने लगता है।
हम आपको उन खाने-पीने की चीजों को बारे में बता रहे हैं जो कैंसर का कारण बन सकती हैं।
माइक्रोवेव पॉपकॉर्न
पॉपकॉर्न खाना भला किसे पसंद नहीं होता है। पॉपकॉर्न वाले बैग को माइक्रोवेव में डालते हैं तो पैकेट में मौजूद केमिकल्स पॉपकॉर्न तक पहुंच जाते हैं, जो कैंसर बनाने के लिए जाना जाता है। इसके अलावा इसमें कॉर्न कर्नेल से लेकर बटर और ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है, इसमें मौजूद सारे घटक कैंसर को प्रभावित करने के लिए काफी है।
डिब्बा बंद फूड
डिब्बा बंद फूड जिसे आप बहुत ही चाव से खाती हैं। क्या आप जानती हैं कि इसमें मौजूद बिस्फेनॉल-ए (बीपीए) कैंसर पैदा करने वाले एजेंट का काम कर सकता है। और टिन और डिब्बे इस घटक के साथ लिंक होते हैं।
रिफाइंड शुगर
हाई फ्रूटोज कॉर्न सिरप और रिफाइंड शुगर के अन्य रूप भी कई तरह से कैंसर का कारण बनता है। ब्राउन शुगर भी इसमें शामिल है। ब्राउन शुगर भी मूल रूप से व्हाइट शुगर का ही रिफाइंड रूप है जिसमें कलर और टेस्ट के लिए गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। यह फूड्स कैंसर सेल्स को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार ठहराए जाते हैं।
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स
हालांकि इससे पूरी तरह से बचा नहीं जा सकता है। ये कार्बोनेटेड ड्रिंक्स हाई फ्रक्टोज कॉर्न सिरप, केमिकल और डाई से भरपूर होत हैं। इसमें मौजूद आर्टिफिशल स्वीटनर की वजह से सिर्फ कैंसर ही नहीं बल्कि स्ट्रोक और मोटापे का खतरा भी बढ़ जाता है।
प्रोसेस्ड मीट
इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर के अनुसार, मीट के अधिक सेवन से कैंसर होने का जोखिम होता है। इस तरह के मांस में स्वाद बनाने के लिए नमक और स्मोक कस इस्तेमाल किया जाता है, जिनसे कैंसर का जोखिम है। रिसर्च के अनुसार इससे पेट के कैंसर का खतरा होता है।
ज्यादा पकी चीजें
अधिक तापमान पर बनी चीजें जैसे ग्रिलिंग, फ्राई, सकी गई चीजों के अधिक सेवन से भी कैंसर का खतरा होता है। इनमें हेट्रोसाइक्लिक एमाइंस (एचए) और एडवांस ग्लाइकेशन एंड-प्रोडक्ट्स (एजी) जैसे हानिकारक यौगिकों का उत्पादन बढ़ जाता है।

फुल क्रीम दूध
फुल क्रीम दूध के अधिक सेवन से आपको कैंसर का जोखिम हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार इससे प्रोस्टेट कैंसर का खतरा होता है। इतना ही नहीं इससे पेट की अन्य समस्याओं का भी जोखिम होता है। इसका कारण यह है कि इसमें ज्यादा कैल्शियम, आईजीएफ-1 पाए जाते हैं, जो प्रोस्टेट कैंसर से जुड़े हैं।
अचार और नमकीन चीजें
अधिक नमकीन चीजें जैसे नमकीन मछली, मसालेदार सब्जियाँ, अचार और नमकीन स्नैक्स का अधिक सेवन पेट के कैंसर से जुड़ा हुआ है। बेहतर यह है कि आप इन चीजों का कम सेवन करें या छोड़ दें।