सिहोर के कुबेश्वर धाम में हालात बेकाबू,रुद्राक्ष महोत्सव में 2 लाख की जगह 10 लाख पहुंचे श्रद्धालु,स्टेशनों में भगदड़ जैसे हालात ,अव्यवस्था से लोग नाराज

मध्यप्रदेश । सीहोर जिले में स्थित कुबेश्वर धाम में हालात बेकाबू हो गए हैं। बढ़ती भीड़ के आगे प्रशासन भी झुक गया है। यहां 2 लाख लोगों की व्यवस्था की गई थी, लेकिन करीब 10 लाख लोग पहुंच गए. इंदौर-भोपाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर 10-10 किमी तक जाम लग गया। रुद्राक्ष लेने के चक्कर में कई बार भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। अचानक तबीयत खराब होने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि कई लोग लापता हो गए हैं। जिला प्रशासन या सरकार ने कोई हेल्पलाइन नंबर भी जारी नहीं किया है. जिससे मदद मिल सके।

इस रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन 2 लाख से अधिक लोगों की व्यवस्था की गई थी। श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए आयोजन स्थल पर एक दिन पहले ही श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष बांटना शुरु हो गए थे। जबकि गुरुवार को यहां करीब 10 लाख से अधिक लोग पहुंच गए। बढ़ती भीड़ के आगे सारी व्यवस्थाएं बोनी साबित हो रही है। श्रद्धालु कई घंटे धूप में खड़े रहने से चक्कर खाकर बेहोश हो गए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित जिला अस्पताल में सैकड़ों लोगों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
रात में सीहोर रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ लग गई। कुंडेश्वर धाम के आए श्रद्धालु स्टेशन पर कतार लगे हुए हैं। जिससे रेलवे प्रशासन के व्यवस्थाओं को लेकर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है। श्रद्धालु इतनी भारी संख्या में रेलवे स्टेशन पर है। इतना पर्याप्त स्टाफ और बल नहीं है। यहां कई मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, हरियाणा और यूपीसमेत कई राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं।

भोपाल-इंदौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीहोर से करीब आठ किलोमीटर दूर स्थित कुबेरेश्वर धाम में 16 से 22 फरवरी तक रुद्राक्ष वितरण व शिवपुराण महोत्सव के लिए लोगों के पहुंचने का सिलसिला मंगलवार से शुरू हो गया था। श्रद्धालुओं की संख्या का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भीड़ को देखते हुए आयोजन के एक दिन पूर्व बुधवार से ही रुद्राक्ष वितरण शुरू कर दिया गया और रात तक डेढ़ लाख से अधिक रुद्राक्ष वितरित भी किए जा चुके थे।