बलरामपुर। यहां के बस स्टैंड में बीती रात अंबिकापुर से पहुंचे कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने के मामले में आज क्षेत्रीय विधायक बृहस्पति सिंह थाने के सामने हाइवे पर धरना पर बैठ गए। देर शाम इस मामले ने तूल पकड़ लिया और एसपी से बात करने की जिद पर विधायक अड़े रहे और धरने पर बैठे रहे। इस बीच एसपी मोहित गर्ग को दंगाई बताकर थाने सहित पूरे शहर में पोस्टर लगा दिया गया और उनके स्थानांतरण की मांग की गई।
विधायक बृहस्पत सिंह ने जिले के एसपी मोहित गर्ग पर काफी गंभीर आरोप लगाए हैं, और एसपी को दंगा फैलाने वाला एसपी कह दिया है। विधायक ने कहा कि कवर्धा में भी इसी पुलिस अधीक्षक ने दंगा फैलाया था और बलरामपुर में भी यही हालात हैं। उन्होंने कहा कि अंबिकापुर से असामाजिक तत्वों ने बलरामपुर पहुंचकर एक स्थानीय व्यक्ति के सहयोग से 2 पटवारी व स्थानीय लोगों के अलावा घर में घुसकर लोगों से मारपीट की है, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विधायक ने कहा कि इन आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और लोगों के मन से इन आरोपियों का भय खत्म हो, इसलिए उन्हें हथकड़ी पहनाकर पूरे शहर में उनका जुलूस निकालना चाहिए।
व्यापारियों ने रखा बंद
विधायक बृहष्पत सिंह थाने के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग 343 में धरने पर बैठ गए, इससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई और उनके साथ लगभग 500 की संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद थे। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर व्यापारियों ने भी अपना समर्थन दिया और दुकानों को बंद रखा। विधायक ने कहा कि अंबिकापुर से दो युवक आए हुए थे। वह एक शादी समारोह में आए हुए थे और उन्होंने शादी समारोह में भी तोड़फोड़ की और फिर पूरे शहर में इस तरह का उत्पात मचाया। विधायक ने कहा कि आरोपियों ने अपने पास धारदार हथियार भी रखे हुए थे। वहीं उन्होंने पुलिस पर लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया है।
समर्थकों ने सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया
इस प्रदर्शन के दौरान विधायक के समर्थकों ने सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया। वहीं एसपी मोहित गर्ग को दंगाई बताते हुए उनको हटाने की मांग संबंधी पोस्टर थाने सहित शहर भर में लगा दिए गए। मीडिया से बातचीत में बृहष्पत सिंह ने कहा कि जिन युवकों ने गुंडागर्दी की, उनका पुलिस स्वागत कर रही थी। ऐसे लोगों को हथकड़ी पहनकर कोर्ट तक ले जाने की मांग उन्होंने की। वहीं उन्होंने एसपी मोहित गर्ग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने एसपी – एएसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों के तबादले की भी मांग की।
वार्ता के बाद आंदोलन स्थगित करने की खबर
इस बीच खबर आ रही है कि इस मुद्दे को लेकर बलरामपुर कलेक्ट्रेट में वार्ता हुई, जिसके बाद शहर बंद वापस ले लिया गया है। आपस की चर्चा में इस मामले में कठोर कार्रवाई का आश्वासन प्रशासन की ओर से दिया गया है। हालांकि विधायक बृहष्पत के तेवर अब भी कम नहीं पड़े हैं