नई दिल्ली । भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में मेहमान टीम ने 9 विकेट से आसान जीत दर्ज की। इस मैच में स्पिनर्स का बोलबाला रहा। एक तरफ जहां कंगारू टीम ने भारतीय टीम को झटका दिया। वहीं, आईसीसी ने भी बीसीसीआई को शुक्रवार शाम एक तगड़ा झटका दिया।
पिच की बात करें तो वैसे तो इंदौर की पिच बल्लेबाजों के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है, लेकिन यहां पहली पारी से ही भारतीय बल्लेबाज रन बनाने को संघर्ष करते हुए नजर आए। पहले ही दिन से पिच को लेकर खूब चर्चा हो रही थी। हालांकि, मैच खत्म होने के बाद शुक्रवार को आईसीसी ने होलकर स्टेडियम की पीच को खराब बताया। आईसीसी ने पिच और आउटफील्ड मॅानिटरिंग प्रक्रिया के तहत इंदौर की पिच को खराब बताया।
आइसीसी के एक्शन पर नाराज दिखे गावस्कर
आइसीसी के इस एक्शन पर पूर्व क्रिकेटर्स सुनील गावस्कर ने तीखी टिप्पणी की। इंदौर की पिच पर ICC के बयान पर उन्होंने तीखी टिप्पणी की। गावस्कर ने गाबा में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए नोवाक टेस्ट मैच को याद किया, जो दो दिनों में ही खत्म हुआ था।
उन्होंने कहा, ‘एक बात मैं जानना चाहता हूं, ब्रिसबेन गाबा में नवंबर में यह टेस्ट मैच था, जहां मैच 2 दिनों में समाप्त हो गया। उस पिच को कितने डिमेरिट पॉइंट मिले और वहां मैच रेफरी कौन था?’ उन्होंने आगे सवाल उठाया कि मुझे लगता है कि 3 डिमेरिट पॉइंट थोड़े कठोर हैं, क्योंकि इस पिच खतरनाक नहीं थी। हालांकि, उन्होंने कहा कि पिच में टर्न जरूर थी।’
आईसीसी मैच रैफिरी क्रिस ब्रॅाड ने कहा कि इंदौर की पिच काफी ड्राई थी और बैट और बॅाल के बीच संतुलन नहीं बन पाई। यह पिच शुरू से ही स्पिनर्स के पक्ष में थी। मैच रैफरी द्वारा आईसीसी को दी गई मैच रिपोर्ट में होलकर स्टेडियम की टेस्ट पिच को तीन डिमेरिट अंक दिए हैं। अब बीसीसीआई के पास इसके खिलाफ अपील करने के लिए 14 दिनों का समय दिया था। उल्लेखनीय है कि यह टेस्ट तीसरे दिन के एक घंटे में ही खत्म हो गया था।