पुलिस-प्रशासन गैर जिम्मेदार, व्हाट्सएप में एसीबी को मिल रही शिकायत

विभागों में घूसखोरी की शिकायत के लिए जारी किए गए एसीबी के वाट्सअप नंबर इन दिनों रोचक राज खोल रहे हैं। विभागों में होने वाले करप्शन के साथ तमाम तरह के झमेलों की सुनवाई संबंधित विभागों में नहीं हो रही। फरियादी न्याय के लिए भटक रहे हैं। वाट्असप नंबर जारी होने के बाद कुछ इसी तरह के सबूत मिल रहे हैं। एसीबी के पास उनकी घूसखोरी, आय से अधिक संपत्ति कमाई करने के मामले मिल ही रहे हैं, अब जिला प्रशासन, पुलिस और फारेस्ट के साथ रेवेन्यू जैसे मामलों में रिश्वत मांगने और फिर मारपीट, पैसों के लेनदेन की वजह से उलझे हुए विवादों में शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होने की दर्जनभर शिकायतें मिली हैं।

रायपुर. विभागों में घूसखोरी की शिकायत के लिए जारी किए गए एसीबी के वाट्सअप नंबर इन दिनों रोचक राज खोल रहे हैं। विभागों में होने वाले करप्शन के साथ तमाम तरह के झमेलों की सुनवाई संबंधित विभागों में नहीं हो रही। फरियादी न्याय के लिए भटक रहे हैं। वाट्असप नंबर जारी होने के बाद कुछ इसी तरह के सबूत मिल रहे हैं। एसीबी के पास उनकी घूसखोरी, आय से अधिक संपत्ति कमाई करने के मामले मिल ही रहे हैं, अब जिला प्रशासन, पुलिस और फारेस्ट के साथ रेवेन्यू जैसे मामलों में रिश्वत मांगने और फिर मारपीट, पैसों के लेनदेन की वजह से उलझे हुए विवादों में शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होने की दर्जनभर शिकायतें मिली हैं। रोजाना एसीबी के पास सौ या इससे अधिक शिकायतें पहुंच रही हैं। अब संबंधित विभागों के मामलों को बतौर साक्ष्य मार्क किया जा रहा है। एसीबी से अफसरों ने दबी जुबान में यह जानकारी दी है कि दूसरे विभागों में मिलने वाली दूसरी तरह की शिकायतों पर सीधे कार्रवाई के बजाए जवाबदार अफसरों को ही प्रकरण सुपुर्द करने के आदेश मिले हैं। इसी के हिसाब से एसीबी में दर्ज होने वाली शिकायतों को संज्ञान में लेकर आगे की कार्रवाई तय हो रही है। शुरुआती दिनों में राजस्व, सहकारी बैंक और दूसरी जगहों पर घूसखोरी के मामले सामने आए थे, इसे संज्ञान में लेकर एसीबी ने अलग टीम से जांच कार्रवाई के लिए इंतजाम किए हैं।

आठ घंटे में 20 और फिर आंकड़ा 100 एसीबी की तरफ से जारी किए गए वाट्सअप नंबर में पहले आठ घंटे में ही 20 शिकायतें पहुंच गईं। इसके बाद 24 घंटे गुजर जाने के बाद आंकड़ा 100 के पार हो गया। राजस्व, सहकारी बैंक और फिर दूसरे विभागों में घूसखोरी को लेकर आम पब्लिक ने संपर्क साधा था। इन मामलों को प्राथमिकता के साथ संज्ञान में लेने के बाद अब दूसरे मामले की भी जांच पड़ताल करने टीम को निर्देश जारी किया है। दफ्तरों में पोस्टरों से शिकायतें बाहर एसीबी द्वारा जारी किए गए वाट्सअप नंबर और हेल्प लाइन नंबर की जानकारी सभी सरकारी विभागों के बाहर चस्पा करने की तैयारी है। अब पूरी संभावना है, विभागों में घूसखोरी की शिकायतें ऑन द स्पॉट से एसीबी के पास पहुंचेंगी। विभागों के बाहर दीवारों या फिर सूचना पटल पर एसीबी के हेल्प लाइन नंबर और वाट्असप नंबर आम पब्लिक के पास होंगे। अगर कहीं से भी घूसखोरी के मामले का पता चले, पक्षकार तुरंत इसकी सूचना एसीबी को दे सकेंगे।