छत्तीसगढ़ के इस जिले में पीएमजीएसवाय सड़क निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी ,ग्रामीणों की शिकायत पर बोले उपयंत्री -ऊपर से नीचे तक सबको पहुंचता है हिस्सा ,जहां चाहे शिकायत कर लो ,कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश

जशपुर। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। करोड़ों का भ्रष्टाचार करने में लगे उपयंत्री पटेल का जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो उपयंत्री ने ग्रामीणों के साथ दुर्व्यवहार किया। उसने भ्रष्टाचार का हिसाब देते हुए ये तक कह दिया कि ऊपर से लेकर नीचे तक सभी को बांटना पड़ता है, तो निर्माण में कहाँ से क्वॉलिटी देंगे। आपको जहां शिकायत करना है कर दीजिए, कुछ नहीं होने वाला।

मामले में कलेक्टर रवि मित्तल ने संज्ञान लिया है। उन्होंने दोषी अधिकारी और ठेकेदार के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। इस मामले को लेकर कलेक्टर ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क निर्माण के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई है। इसके अलावा सड़क निर्माण में गुणवत्ता पर समुचित ध्यान देकर कार्य करने की कड़ी चेतावनी दी है। ज्ञात हो कि बगीचा में सड़क निर्माण का बेहद घटिया निर्माण कार्य को देखकर ग्रामीण लामबंद हो गए थे। इस मामले का विरोध करने पर पीएमजीएसवाई के उपयंत्री सुधीर पटेल ने जनप्रतिनिधियों के अलावा नागरिकों से भी दुर्व्यवहार किया था। उपयंत्री की दादागिरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना ग्रामीणों को जब महंगा पड़ा तो उन्होंने इस दबंग उपयंत्री के विरुद्ध कलेक्टर से शिकायत की थी।
ग्रामीणों के साथ दुर्व्यवहार और उन्हें भ्रष्टाचार को लेकर ऊपर से लेकर नीचे तक सभी को बांटवारा देने का जवाब देने वाले उपयंत्री की अब मुश्किलें बढ़ गई है। इस मामले में ग्रामीणों और बगीचा नगर पंचायत के पार्षद मधुसूदन भगत ने मौके पर पहुंचकर घटिया सड़क निर्माण में लगे मजदूरों के साथ वास्तविक स्थिति की जानकारी से प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया है। उपयंत्री ने इस शिकायत के बाद सड़क निर्माण कार्य में सुधार तो कर दिया है, लेकिन अपने साथ हुए दुर्वव्यवहार को लेकर वार्डवासी ने पार्षद के लेटर पैड में उपयंत्री की शिकायत लेकर एसडीएम बगीचा कार्यालय पहुंचे।
इस मामले की बगीचा एसडीएम आरपी चौहान को कलेक्टर जशपुर डॉ. रवि मित्तल के नाम ग्रामीणों ने पार्षद के साथ शिकायत पत्र दिया है। शिकायत में लिखा गया है कि उपयंत्री पटेल को घटिया सड़क निर्माण को सुधारने कहा गया तो उपयंत्री ने अभद्रता पूर्ण व्यवहार करने लगा, जिससे हम ग्रामीण क्षुब्ध है।