बेंगलुरु। कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर पिछले दिनों सिद्दरमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के बीच चली जबरदस्त खींचतान के बाद भले ही सिद्दरमैया सीएम बनने में कामयाब रहे, लेकिन एक बार फिर कर्नाटक की सियासत एक वरिष्ठ मंत्री के बयान से गरमा गई है।
सिद्दरमैया और शिवकुमार के बीच कोई समझौता नहीं- एमबी पाटिल
मैसुरु में मंत्री एमबी पाटिल ने कहा कि सिद्दरमैया पांच साल तक सीएम बने रहेंगे।पाटिल ने दावा किया कि सीएम पद को लेकर सिद्दरमैया और शिवकुमार के बीच कोई समझौता नहीं हुआ है।उन्होंने शिवकुमार के ढाई साल बाद या 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद सीएम के रूप में कार्यभार संभालने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया।पाटिल ने कहा कि अगर इस तरह की कोई बात होती तो पार्टी हाईकमान जरूर इस बात की जानकारी देता।
कोई भी कुछ भी कह सकता है: शिवकुमार
बता दें कि चर्चा है कि सिद्दरमैया और उनके डिप्टी शिवकुमार के बीच सीएम पद को लेकर ढाई-ढाई साल का फार्मूला तय हुआ है। उधर, मंत्री के इस बयान से शिवकुमार ने नाराजगी जाहिर करते हुए कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी। हां, ये जरूर कहा कि कोई भी कुछ भी कह सकता है, उन्हें कहने दें। कांग्रेस महासचिव वहां हैं, मुख्यमंत्री वहां हैं और पार्टी अध्यक्ष भी हैं, वे इसे देखेंगे।
हालांकि, शिवकुमार के भाई और बेंगलुरु ग्रामीण से सांसद डीके सुरेश ने खुले तौर पर पाटिल के बयान पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अगर आप पाटिल के बयान का जवाब चाहते हैं तो पार्टी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला से मिल सकते हैं। वे इस संबंध में बेहतर बता सकते हैं।सुरेश ने कहा कि कहने को तो मैं भी बहुत कुछ बोल सकता हूं लेकिन मुझे अभी कुछ नहीं कहना है।
इस बात की कोई गारंटी नहीं कि सरकार स्थिर रहेगी: भाजपा
उधर, भाजपा की कर्नाटक इकाई ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तक के घटनाक्रमों को देखते हुए इस बात की कोई गारंटी या संकेत नहीं है कि बहुमत मिलने के बावजूद यह सरकार स्थिर रहेगी। भाजपा ने पाटिल के बयान का वीडियो शेयर करते हुए एक ट्वीट में कहा कि शिवकुमार सीएम नहीं बनने जा रहे हैं। सिद्दरमैया उन्हें सीएम नहीं बनने देंगे। एमबी पाटिल ने शिवकुमार को स्पष्ट संदेश दे दिया है।