कांकेर। डेम में मोबाइल गिरने पर 3 दिनों तक मोटर चलवाकर जलाशय का पानी खाली करने वाले फ़ूड इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की गाज गिरी है। किसानों को सिंचाई के लिए उपलब्ध होने वाले पानी और आम लोगों के पेयजल व निस्तारी के लिए उपयोग होने वाला लाखों लीटर पानी बेवजह बहा देने वाले फूड इंस्पेक्टर की इस हरकत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एसडीएम के जांच प्रतिवेदन पर कलेक्टर ने यह कार्यवाही की है।

छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर कांकेर जिला के पखांजूर में पदस्थ फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास ने परलाकोट जलाशय का पानी इसलिए खाली करवा दिया क्योंकि सेल्फी लेते वक्त जलाशय में उसका मोबाइल गिर गया था। अपने मोबाइल की तलाश के लिए फूड इंस्पेक्टर ने पद का दुरुपयोग करते हुए और बिना किसी सक्षम अनुमति के ही डीजल पंप लगवा कर 21 मई से लगातार 4 दिन में 21 लाख लीटर पानी खाली करवा दिया। उसके इस कृत्य से जहां पानी की बर्बादी हुई वहीं किसानों को सिंचाई के लिए उपलब्ध होने वाले पानी और आम लोगों के पेयजल व निस्तारी के लिए उपयोग होने वाला लाखों लीटर पानी बेवजह बहा दिया गया। फूड इंस्पेक्टर की इस हरकत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एसडीएम के जांच प्रतिवेदन पर कलेक्टर ने यह कार्यवाही की है। एक तरफ जब केंद्र सरकार राज्य सरकार पानी की बचत के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं पानी की एक-एक बूंद बचाने के लिए अपील की जा रही है, भीषण गर्मी में लोगों को सही ढंग से पानी नसीब नहीं हो पा रहा है तब ऐसे में फूड इंस्पेक्टर के द्वारा पद का इस तरह दुरुपयोग वाले कृत्य की निंदा हो रही है। कलेक्टर के द्वारा लिए गए त्वरित निर्णय को सराहा जा रहा है।