मध्यप्रदेश । सीहोर जिले के ग्रामीण क्षेत्र से सरकार के विकास के दावों की पोल खोलती एवं मानवता को शर्मसार करती एक तस्वीर सामने आई है। जहां एक प्रसूता महिला को डिलीवरी के लिए गांव से खटिया पर लाद कर ले जाया जा रहा है। क्योंकि इस गांव में कोई पक्का रास्ता नहीं है और बारिश में 2 किलोमीटर के कच्चे रास्ते में कीचड़ ही कीचड़ हो चुका है। जिससे ग्रामीणों को कई तरीके की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। तस्वीर देखकर कहा जा सकता है कि 21वीं सदी में दुनिया ने बहुत विकास किया। परंतु मध्य प्रदेश का ग्रामीण क्षेत्र आज भी विकास से कोसों दूर है।
सीहोर के इछावर तहसील की ग्राम पंचायत मोया पानी का सुआ खेड़ा गांव जिसकी आबादी लगभग 500 लोगों की है, सुआं खेड़ा गांव कि लगभग 2 किलोमीटर रोड इतनी जर्जर और खराब है कि बारिश में इसमें चलना दूभर हो जाता है। बारिश के दिनों में इसमें कोई भी चार पहिया वाहन नहीं पहुंच पाता। इस गांव का एक मानवता को शर्मसार करता वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें 22 जुलाई को आशा नाम की एक महिला की डिलीवरी होनी थी। रास्ता खराब होने से एंबुलेंस गांव में नहीं पहुंच पाई और मजबूरन उक्त प्रसूता महिला को ग्रामीणों ने 2 किलोमीटर खटिया पर लाद कर पक्के रोड तक पहुंचाया। जिसका एक वीडियो भी सामने आया है जो कि सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। ग्रामीणों के अनुसार यह समस्या लगभग 15-20 सालों से बनी हुई है। हर साल स्थानीय निवासियों को बारिश में इस समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के कारण कई बीमार लोगों की मौत भी हो चुकी है।