मुलताई । अमृतसर तक जाने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में बीती रात कुछ यूं हुआ कि लोग अचानक इधर-उधर भागने लगे, अचानक हुए इस घटना से महिलाएं चीखने लगी। लोग इधर से उधर भागने लगे और पूरे कोच में अफरातफरी का माहौल निर्मित हो गया।
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यहां बताना होगा कि 27 अगस्त रविवार को कोरबा से जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, गोंदिया, नागपुर के रास्ते अमृतसर जाने वाली ट्रेन क्रमांक 18237 छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के कोच नम्बर B8 में कोरबा बंधु न्यूज़ के संपादक नवीन श्रीवास भी सवार होकर बबीना जा रहे थे। ट्रेन अपनी निर्धारित समय से 1 घंटे 20 मिनट की देरी से चल रही थी। ट्रेन रात के 1:30 बजे मध्यप्रदेश के मुलताई स्टेशन पहुंचने वाली थी और ट्रेन में सभी यात्री गहरी नींद में सो रहे थे, तभी अचानक कोच में लगा हुआ सायरन जोर-जोर से बजने लगा और बजते-बजते कुछ समय बाद कोच में लगे स्पीकर से घोषणा हुई कि “ट्रेन में आग लगने की संभावना जताई जा रही है, यात्रीगण कृपया दरवाजे के रास्ते गाड़ी से बाहर भागें”। सायरन सुनकर सो रहे सभी लोग जाग गए और भयभीत हो गए फिर स्पीकर में हो रही घोषणा सुनने के बाद कोच में अफरातफरी मच गई। लोग इधर से उधर भागने लगे। जलने की बदबू कोच के भीतर तक प्रवेश कर गयी।
अचानक आधी रात हुए इस घटना से सभी यात्री डरकर भागने लगे। गनीमत यह रही कि कोई यात्री चलती ट्रेन से नही कूदा। कोच के ही एक यात्री ने ट्रेन में लगे चैन को खींचा और गाड़ी मुलताई स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर पहुंचते-पहुंचते रुक गयी। जैसे ही गाड़ी रुकी, सभी यात्री बाहर भाग खड़े हुए और शोर-शराबा होने लगा। महिलाएं भयभीत होकर चीखने लगी। ट्रेन के रुकते ही तत्काल वहां इलेक्ट्रिशियन बुलाया गया और कोच में लगे कंट्रोल बोर्ड से निकलते धुंवे की जांच कराई गई। जब इलेक्ट्रिशियन ने उसे खोलकर देखा तो उसमें एक चूहा जलता हुआ दिखाई दिया जिसे तत्काल निकाला गया और शार्ट शर्किट से होने वाली एक बड़ी दुर्घटना को टाली गयी। जांच पूरी होने के बाद गाड़ी को आगे रवाना किया गया।
मदुरै में हुए ताजा घटना ने लोगों को और भी किया भयभीत
ज्ञात हो कि एक दिन पहले 26 अगस्त को तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के प्राइवेट कोच में आग लग गई। शनिवार तड़के हुए हादसे में UP के 9 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग झुलस गए। प्राइवेट कोच में उत्तरप्रदेश के 63 तीर्थयात्री सफर कर रहे थे। हादसे के वक्त कोच यार्ड में खड़ा था। यह कोच 17 अगस्त को लखनऊ जंक्शन से रवाना हुआ था। कोच को रविवार को चेन्नई से लखनऊ लौटना था। इस घटना ने आज छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे यात्रियों को और भी डरा कर रख दिया। अभी इस घटना को 3 दिन भी नही हुए थे और एक बार फिर एक बड़ा हादसा होते-होते टला है।