फोटो मुंबई एयरपोर्ट की है। यहां यूके से लौटने वाले लोगों को क्वारैंटाइन किया जा रहा है।
नई दिल्ली केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) से कहा है कि वे ब्रिटेन (UK) से लौटने वाले हर शख्स की कोरोना जांच कराएं। अगर कोई पॉजिटिव मिलता है, तो नए स्ट्रेन की पहचान के लिए उसके सैंपल की फिर से जांच होगी। इसके लिए देश की 6 अलग-अलग लैब्स की पहचान की गई है। सभी राज्यों और UT को इन लैब्स की जानकारी दी गई। केंद्र ने कहा कि अगर ज्यादा लोगों की जांच होनी होगी, तो इन लैब्स की संख्या भी बढ़ा दी जाएगी।
बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्य और केंद्र शासित राज्य के अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। केंद्र ने कहा कि राज्य सरकारें एयर फेसिलिटी एंड इमीग्रेशन डिपार्टमेंट से संपर्क करके UK से आने वाले लोगों की डिटेल्स ले सकती हैं। अलग-अलग राज्यों की ओर से जारी सूचना के मुताबिक, अब तक UK से लौटे 30 से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। नए स्ट्रेन का पता लगाने के लिए इनके सैंपल की जांच की जा रही है।
इन लैब्स में होगी नए स्ट्रेन की पहचान
- CSIR इंस्टीट्यूट ऑफ जिनॉमिक्स एंड इंटरग्रेटिव बायोलॉजी, नई दिल्ली
- CSIR सेंटर फॉर सेलुलर एंड मॉलीक्यूलर बायोलॉजी, हैदराबाद
- DBT इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ सांइसेज, भुवनेश्वर
- InStem-NCBS, बेंगलुरु
- DBT नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जिनॉमिक्स, पश्चिम बंगाल
- ICMR नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे
पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स का टेस्ट जरूरी
सरकार ने ब्रिटेन से आईं फ्लाइट्स के सभी पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स का RT-PCR टेस्ट जरूरी कर दिया है। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) पर इसके लिए जरूरी इंतजाम किए गए हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा कि वह अपने दायरे में आने वाले एयरपोर्ट्स की हेल्थ टीमों से मिलकर हाल ही में जारी किए गए SOP का सख्ती से पालन कराएं।
31 दिसंबर तक ब्रिटेन की उड़ानें सस्पेंड
मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन ने सोमवार को ऐलान किया था कि ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइट्स 23 से 31 दिसंबर तक सस्पेंड रहेंगी। वहां कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिलने के बाद यह फैसला लिया गया है।