कोरबा। न्यू रेलवे कालोनी में निवासरत रेल कर्मियों एवं उनके आश्रितों ने रेलवे स्टेशन आने-जाने हेतु सुगम वैकल्पिक सडक़ मार्ग उपलब्ध कराने की मांग की है। आवागमन की यह समस्या कोरबा रेलवे स्टेशन के वेस्ट इंड के समपार फाटक को स्थायी रूप से बंद कर देने के कारण उत्पन्न हुई है।
इस फाटक से होकर कालोनी में निवासरत रेल कर्मचारी एवं आश्रित आना-जाना करते थे। यह समपार फाटक बहुत कम समय के लिये खुलता है तथा उस दौरान बड़ी संख्या में भारी वाहनों का आवागमन होने से बच्चों, बुजुर्गों व नि:शक्तजनों के साथ दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। फाटक बंद कर दिए जाने से स्टेशन आने-जाने के लिए 6-7 किमी अतिरिक्त दूरी तय करना पड़ता है। रास्ते में दो समपार फाटक भी आते हैं जिनके खुलने का कोई निश्चित समय नहीं रहता। इस कारण कई बार रेल कर्मियों का निश्चित समय पर कार्यस्थल पर पहुंचना संभव नहीं हो पाता, खासकर रनिंग कर्मचारी जिन्हें साईन ऑन सही समय पर करना अनिवार्य रहता है।
रेलवे स्टेशन के अलावा सीतामणी क्षेत्र तथा पुराना बस स्टेशन आदि स्थानों के लिए आवागमन की परेशानी होती है। सीतामणी क्षेत्र में 4-5 विद्यालय हैं जहां रेल कर्मियों के बच्चे अध्ययनरत हैं जिन्हें स्कूल जाने के लिए घूम कर दूरी तय करना पड़ता है और काफी समय पहले घर से निकलने की मजबूरी होती है। बताया गया कि रेलवे हॉस्पिटल भी न्यू रेलवे कालोनी के विपरीत दिशा में स्थित है। आपातकाल मेें उचित पहुंच मार्ग नहीं होने से बीमार को ले जाने काफी समस्या होती है। इसी तरह विद्युत सामान्य विभाग एवं आईओडब्ल्यू (कार्य) के कर्मचारियों को मकान में मरम्मत कार्य हेतु सीढ़ी व अन्य भारी सामान लेकर आने-जाने में भी उचित मार्ग नहीं होने के कारण द़ुर्घटना की संभावना बना रहती है। इन सभी कारणों से न्यू रेलवे कालोनी में निवासरत लोगों ने सुगम सडक़ मार्ग की आवश्यकता से अपने सक्षम अधिकारियों को अवगत कराते हुए निराकरण का आग्रह किया है।