कोरबा । ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने एसईसीएल में नियोजित आउट सोर्सिंग कंपनियों में व्याप्त मनमानी और स्थानीय बेरोजगारों के बजाय अन्यत्र के लोंगो की भर्ती पर रोक लगाते हुये खदान प्रभावितों को रोजगार की मांग करते हुए आज गेवरा खदान और मुख्यालय के सामने प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जिसमें ओबी और कोयला परिवहन को रोकने की चेतावनी दिया है ।
आचार सहिंता से पूर्व ही हुए समझौते का पालन नही करने से आंदोलन का रास्ता अख्तियार करते हुए आज पुन: प्रदर्शन किया गया है और दो दिनों में बाहरी लोंगो को कंपनियों से बाहर करने और स्थानीय बेरोजगारों की भर्ती शुरू नही होने पर ओबी व कोयला परिवहन कार्य को रोकने की चेतावनी दी गयी है । उपरोक्त बातों की जानकारी सन्गठन के नेता रुद्र दास महंत , सन्तोष चौहान , संतोष दास महंत , प्रकाश कोर्राम ललित महिलांगे आदि ने दिया है ।
ऊर्जाधानी संगठन के पदाधिकारियों ने कहा है कि कोयला खदान विस्तार के लिए झूठा आश्वसन देकर किसानों की जमीन हथिया लिया जाता है और रोजगार , मुआवजा और बसाहट की समस्या का निराकरण नही किया जाता । वहीं रोजगार की आस में भटकते भूविस्थापित और प्रभावित बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए बहानेबाजी किया जाता है । किंतु अब युवा बेरोजगारों को उनका हक दिलाने के लिए सन्गठन अपना आंदोलन को और तेज कर रही है । सन्गठन ने कहा है कि मकानों के मुआवजा और पुराने रोजगार के मामले को लेकर सन्गठन नई रणिनीति बनाकर आंदोलन का विस्तार किया जाएगा । प्रदर्शन के दौरान रामाधार यादव नरेंद्र कुमार देवेंद्र कुमार गुरुदत्त मेश्राम विनोद चौहान समारु दास रविदास दीपक दास अर्जुन दास राजन सिंह अशोक कुमार शंभू बेहरा ईश्वर सिंह देवनारायण साहू शैलेंद्र सिंह महावीर साहू नरेंद्र मानिकपुरी अश्वनी कुमार तिरिथराम फूलेन्द्र सिंह हरिहर साहू मोहनलाल यादव भरत लाल यादव नंदकुमार फुल दास प्यारेलाल प्रीतम दास प्रियांशु सोनी तिलक कुमार प्रमोद कुमार कश्यप रवि चंद्रा अमर दास जीवराखन यादव सहित अनेक भूविस्थापित बेरोजगार उपस्थित थे ।