छत्तीसगढ़ के इस जिले में 8 साल से कागजों में चल रहा था 50 सीटर छात्रावास ,कलेक्टर ने जांच कराई तो खुली पोल,न बच्चे ,न कैशबुक,न व्हाउचर,नपेंगे जिम्मेदार ,36 लाख की होगी रिकवरी …..

जगदलपुर। बस्तर कलेक्टर ने बस्तानार ब्लाक के बिरचेपाल छात्रावास में सहायक आयुक्त को टीम गठित कर जांच के आदेश दिए। मौके पर पहुंचे तो अधिकारियों के होश उड़ गए। छात्रावास में 50 बच्चों के नाम दर्ज हैं लेकिन वहां पर एक भी बच्चा नहीं था। न ही उनको मिलने वाली सुविधाएं ही वहां पर दिखीं। कमरों में बेड नहींं थे। एक-आध थे भी तो उनमें गद्दे फटे हुए मिले। उसपर फंके भी टू गिरे हुए थे।

जब इस मामले में छात्रावास अधीक्षक और मंडल संयोजक से पूछताछ की गई तो मामला गबन से जुड़ा पाया गया। पता चला कि, छात्रावास में न ही कैशबुक है और न ही बाउचर। इसके अलावा अन्य दस्तावेज भी नदारद मिले। जबकि, अधीक्षक और मंडल संयोजक लगातार फर्जी डायरी मेंटेन की और 8 सालों तक करीब 36 लाख रुपयों का फर्जीवाड़ा किया। मामले का खुलासा होने और जांच के बाद अब प्रशासन इनसे रुपये वापस वसूलने की कार्रवाई कर रहा है।